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सिरमौर में ड्राइंग मास्टर निलंबित – 7616 रूपये का गलत स्पेलिंग वाला चेक बना वजह | Big Action

ड्राइंग मास्टर निलंबित: गलत स्पेलिंग वाला चेक जारी करने पर हुई बड़ी कार्रवाई

सिरमौर। जिला सिरमौर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रोनहाट में कार्यरत ड्राइंग मास्टर अत्र सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा, नाहन कार्यालय की ओर से जारी आदेशों के तहत की गई। विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई है।

गलत स्पेलिंग वाला चेक बना वजह

मामला उस समय चर्चा में आया जब पीएम पोषण योजना के तहत 25 सितंबर 2025 को एक चेक जारी किया गया। यह चेक संख्या 263531 था और इसमें 7616/- की राशि दर्ज थी। खास बात यह रही कि इस चेक में लिखे गए लगभग सभी शब्दों की स्पेलिंग गलत थी। चेक को स्वयं एमडीएम इंचार्ज ड्राइंग मास्टर अत्र सिंह ने भरा था।

चेक में हुई गंभीर गलतियों के बाद यह सोशल मीडिया और समाचार पत्रों में वायरल हो गया। देखते ही देखते यह खबर चर्चा का विषय बन गई और विभाग की छवि पर प्रतिकूल असर पड़ा। सरकार और शिक्षा विभाग की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचने पर मामला सीधे अधिकारियों के संज्ञान में आया।

विभागीय जांच के बाद हुई ये कार्रवाई

विभागीय स्तर पर जांच बिठाई गई। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि चेक को भरने की जिम्मेदारी स्वयं अत्र सिंह की थी और स्पेलिंग की गलतियां उनकी लापरवाही से हुईं। रिपोर्ट मिलने के बाद उपनिदेशक शिक्षा (प्रारंभिक) ने कड़ी कार्रवाई करते हुए ड्राइंग मास्टर निलंबित करने के आदेश जारी किए।

निलंबन अवधि में नियम

निलंबन के दौरान अत्र सिंह का मुख्यालय राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हरिपुरधार (जिला सिरमौर) तय किया गया है। आदेशों के मुताबिक निलंबन अवधि में वे बिना अनुमति अपने मुख्यालय से बाहर नहीं जा सकेंगे। इस अवधि में उन्हें नियमानुसार भत्ता (subsistence allowance) उपलब्ध कराया जाएगा।

विभागीय छवि पर असर

चेक से जुड़ी इस घटना ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए। आमतौर पर वित्तीय लेन-देन में उच्च स्तर की सावधानी बरती जाती है, लेकिन इस मामले ने पूरे सिस्टम की कार्यशैली को उजागर कर दिया। सोशल मीडिया पर यह चेक लगातार वायरल हो रहा है और लोग शिक्षा विभाग की लापरवाही को लेकर सवाल पूछ रहे हैं।

प्रशासन का सख्त संदेश

इस पूरे मामले से स्पष्ट है कि विभाग अब किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगा। अधिकारियों का मानना है कि सरकारी योजनाओं से जुड़े दस्तावेजों में त्रुटियां न केवल नियमों का उल्लंघन हैं बल्कि सरकार की छवि को भी नुकसान पहुंचाती हैं। ड्राइंग मास्टर निलंबित किए जाने की कार्रवाई शिक्षा विभाग की सख्त कार्यशैली का उदाहरण बन गई है।

निष्कर्ष

जिला सिरमौर का यह मामला आने वाले समय में अन्य शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए भी सबक साबित होगा। चेक की गलत स्पेलिंग जैसे मामूली दिखने वाले मामले ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि कर्मचारी को तुरंत निलंबित कर दिया गया। विभाग का यह कदम सरकारी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और अनुशासन बनाए रखने की दिशा में अहम माना जा रहा है।

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