पांवटा साहिब में अवैध नशा कारोबार से अर्जित 35.73 लाख की संपत्ति जब्त
नाहन, 19 सितम्बर। जिला सिरमौर पुलिस ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान में एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। पुरुवाला थाना क्षेत्र से जुड़े एक मामले में पुलिस ने 35.73 लाख रुपये के अवैध नशा कारोबार से अर्जित लाभ की जब्ती की पुष्टि की है। यह कार्रवाई नशे के अवैध धंधे पर आर्थिक चोट के रूप में देखी जा रही है।
हिमाचल प्रदेश सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि राज्य में नशे के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई जाएगी। इसी दिशा में जिला सिरमौर पुलिस लगातार नशा कारोबार पर शिकंजा कस रही है। पुलिस अब सिर्फ पदार्थों की बरामदगी तक सीमित नहीं है, बल्कि नशा कारोबार से बनने वाली अवैध संपत्ति की पहचान और जब्ती पर भी जोर दे रही है।
कैसे हुआ नशा कारोबार का खुलासा?
15 मई 2025 को एसआईयू सिरमौर को गुप्त सूचना मिली कि सुरेन्द्र सिंह नामक व्यक्ति नशा कारोबार में शामिल है। आरोपी, निवासी गांव माशु, तहसील कमरऊ, को पुलिस ने दबोच लिया। उसके कब्जे से 55 शीशियां नशीला सिरप और 16,700 रुपये नकद बरामद हुए। इस आधार पर पुरुवाला थाना में NDPS अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
पूछताछ में सुरेन्द्र सिंह ने कबूल किया कि वह यह नशा कारोबार उत्तराखंड निवासी कमल कुमार और उसकी पत्नी प्रभा देवी के साथ मिलकर करता है। बयान सामने आने के बाद पुलिस ने सिर्फ बरामदगी तक सीमित न रहकर पूरे नशा कारोबार की फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन शुरू की।
वित्तीय जांच और जब्ती
डीएसपी मुख्यालय रमाकांत ठाकुर की अगुवाई में गठित टीम ने आरोपी के नशा कारोबार से जुड़े वित्तीय लेनदेन की गहन जांच की। जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि आरोपियों ने 35,73,171.87 रुपये की अवैध संपत्ति नशा कारोबार से अर्जित की है। सक्षम प्राधिकारी ने इसे एनडीपीएस अधिनियम की धारा 5-ए के तहत अंतिम रूप से जब्त कर लिया।
जिला पुलिस का कहना है कि यह आदेश इस बात का प्रमाण है कि सिरमौर में नशा कारोबार को हर स्तर पर खत्म करने के लिए पेशेवर और सख्त कार्रवाई की जा रही है।
सिरमौर में नशा कारोबार के खिलाफ अब तक की कार्रवाई
सिरमौर पुलिस ने बीते महीनों में कई मामलों में नशा कारोबार से जुड़ी संपत्तियों की पहचान और जब्ती की है। इनमें—
₹95,00,485.85
₹70,70,702.29
₹54,08,791.37
₹52,72,225.73
की संपत्ति पहले ही सीज/फ्रीज की जा चुकी है। अब तक पांच मामलों में कुल ₹3,08,25,377.11 की अवैध संपत्ति जब्त की जा चुकी है।
पुलिस का सख्त संदेश
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई नशा कारोबार करने वालों के लिए सख्त संदेश है। नशा कारोबार न केवल अपराध है बल्कि समाज और युवाओं के भविष्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है। पुलिस का दावा है कि वह नशा कारोबार की जड़ों तक पहुंचेगी और अवैध कमाई के हर स्रोत को खत्म करेगी।
“यह कार्रवाई दिखाती है कि हमारी लड़ाई सिर्फ नशा कारोबारियों तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके द्वारा अर्जित आर्थिक लाभ पर भी है। इस जब्ती से नशा कारोबार की आर्थिक नींव को सीधी चोट पहुँची है,” पुलिस प्रवक्ता ने कहा।
जनता से अपील
सिरमौर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे नशा कारोबार से जुड़ी कोई भी विश्वसनीय जानकारी पुलिस को दें। पुलिस ने भरोसा दिलाया कि हर सूचना पर गंभीरता से कार्रवाई होगी। पुलिस का मानना है कि नशा कारोबार को खत्म करने में जनता की भागीदारी बेहद अहम है।
निष्कर्ष
यह मामला साफ करता है कि जिला सिरमौर में नशा कारोबार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। पुलिस न केवल तस्करों को गिरफ्तार कर रही है, बल्कि उनके अवैध धन की भी पहचान कर रही है। अब तक करोड़ों की अवैध संपत्ति जब्त करना इस बात का प्रमाण है कि सिरमौर में नशा कारोबार करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है।
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