कालाअंब उद्योग में बड़ा हादसा : करंट से मौत, 42 वर्षीय कामगार ने तोड़ा दम
कालाअंब (सिरमौर)। औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में एक कामगार की करंट से मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक वीरवार को एक फैक्ट्री में कार्यरत 42 वर्षीय कामगार की करंट से मौत हो गई। मृतक की पहचान बलराम सिंह पुत्र मुसाफिर निवासी राजवाड़ा, जिला दरभंगा (बिहार) के रूप में हुई है। हादसे की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
जानकारी के अनुसार, मृतक बलराम सिंह कालाअंब के बियानी एंड सन्स उद्योग में बतौर ऑपरेटर काम कर रहा था। गुरुवार सुबह वह अपनी ड्यूटी पर पहुंचा और मशीन चालू कर रहा था। इसी दौरान अचानक तेज करंट का झटका लगा। करंट लगने से वह मौके पर ही गिर पड़ा और गंभीर रूप से घायल हो गया। साथी कामगारों ने तुरंत फैक्ट्री प्रबंधन को सूचना दी।
नर्सिंग होम ले गए लेकिन पहले ही तोड़ चुका था दम
हादसे के तुरंत बाद उद्योग प्रबंधन और सहकर्मी उसे कालाअंब के एक निजी नर्सिंग होम ले गए। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इस तरह एक साधारण काम के दौरान हुए हादसे ने उसकी जिंदगी छीन ली। परिवार की आजीविका का सहारा रहे बलराम की करंट से मौत की खबर सुनकर सभी गमगीन हो गए।
पुलिस ने जांच शुरू की
जैसे ही हादसे की सूचना कालाअंब पुलिस थाने को मिली, थाना प्रभारी कुलवंत सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज नाहन भेज दिया। थाना प्रभारी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि करंट से मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अब यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि घटना लापरवाही से हुई या मशीन में तकनीकी खराबी के कारण।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक बलराम सिंह मूल रूप से बिहार के दरभंगा जिले का रहने वाला था और रोजी-रोटी की तलाश में कालाअंब आया था। यहां कई वर्षों से वह बतौर ऑपरेटर कार्यरत था। बताया जा रहा है कि बलराम सिंह अपने परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था। उसकी करंट से मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजनों को जैसे ही यह खबर मिली, उनकी खुशियाँ मातम में बदल गई।
उद्योगों के सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
इस हादसे ने औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में सुरक्षा मानकों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि फैक्ट्रियों में कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उद्योग प्रबंधन की पहली जिम्मेदारी है। समय-समय पर मशीनों की जांच और सेफ्टी उपकरणों की उपलब्धता जरूरी है। लेकिन इस घटना से साफ होता है कि सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरती गई होगी, जिसका खामियाजा एक मजदूर को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। इस करंट से मौत ने एक बार फिर उद्योगों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मजदूर संगठनों में आक्रोश
वहीं, मजदूर संगठनों ने इस हादसे को गंभीर चिंता का विषय बताया है। उनका कहना है कि अक्सर मजदूरों की जान सुरक्षा लापरवाही की भेंट चढ़ जाती है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि फैक्ट्रियों में सेफ्टी नियमों की कड़ाई से पालना करवाई जाए, ताकि किसी और कामगार की करंट से मौत जैसी त्रासदी न हो।
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