बीसीएस स्कूल अपहरण मामला: आरोपी की 7 दिन की खतरनाक तैयारी का हुआ खुलासा
बिटकॉइन में फिरौती और लोडेड रिवॉल्वर के साथ वारदात की पूरी प्लानिंग
शिमला, 13 अगस्त 2025:
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला का चर्चित बीसीएस स्कूल अपहरण मामला अब एक खतरनाक और चौंकाने वाले मोड़ पर पहुंच गया है। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी ने न केवल तीन छात्रों के अपहरण की योजना बनाई थी, बल्कि अभिभावकों से Bitcoin में फिरौती भी मांगी थी। मामले ने स्थानीय समाज, पुलिस और स्कूल प्रशासन को हिला कर रख दिया है।
बीसीएस स्कूल अपहरण मामला: आरोपी की 7 दिन पहले की खतरनाक तैयारी का हुआ खुलासा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बीसीएस स्कूल अपहरण मामला जांच में कई खुलासे कर रहा है। पता चला है कि आरोपी सुमित सूद ने वारदात से एक सप्ताह पहले ही अपनी पूरी तैयारी शुरू कर दी थी। उसने बैग में रस्सी, मास्क, धारदार हथियार और लोडेड रिवॉल्वर रखी हुई थी। यह रिवॉल्वर उसके पिता की थी, जिसे उसने चोरी से घर से निकाल लिया था।
ये भी पढ़ें : सिरमौर पुलिस कार्रवाई: सिरमौर में नशा तस्करी Powerful Crackdown, अवैध शराब बरामद
योजना के मुताबिक, आरोपी बीसीएस (बिशप कॉटन स्कूल) के गेट से कुछ दूरी पर कार में बैठकर घंटों इंतजार करता रहा। अपनी पहचान छुपाने के लिए वह वाहन से बाहर नहीं निकला। इतना ही नहीं, उसने जरूरत पड़ने पर बाहर जाने से बचने के लिए गाड़ी में रखी बोतल में पेशाब तक किया।
आरोपी ने लोडेड रिवॉल्वर के साथ वारदात की पूरी प्लानिंग की
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी ने अभिभावकों से फोन कॉल के दौरान Bitcoin Ransom Demand का जिक्र किया। इस डिजिटल करेंसी में भुगतान की मांग ने मामले को और जटिल बना दिया, क्योंकि ऐसे ट्रांजैक्शन को ट्रेस करना आसान नहीं होता।
ये भी पढ़ें : सड़क सुरक्षा नियमों और विनियमों, सड़क सुरक्षा क्लबों, ई-चालान और सड़क सुरक्षा गतिविधियों के बारे में जानकारी
बुधवार को पुलिस टीम आरोपी को लेकर बीसीएस स्कूल के बाहर पहुंची और पूरे वारदात का सीन रिक्रिएट किया। करीब दो से तीन घंटे तक आरोपी से गाड़ी पार्क करने से लेकर बच्चों को अगवा करने तक की हर डिटेल दोबारा से करवाई गई। इससे जांच टीम को आरोपी की मूवमेंट और मानसिक स्थिति को समझने में मदद मिली।
पुलिस रिमांड और गहन जांच
एसएसपी शिमला संजीव कुमार गांधी ने बताया कि बीसीएस स्कूल अपहरण मामला बेहद संवेदनशील है और पुलिस टीम इसकी गहनता से पड़ताल कर रही है। आरोपी सुमित सूद को अदालत ने 13 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस वारदात में और कोई व्यक्ति शामिल था या आरोपी ने अकेले ही सारा प्लान बनाया। साथ ही, आरोपी द्वारा इस्तेमाल की गई लोडेड रिवॉल्वर की बैलिस्टिक जांच भी शुरू कर दी गई है।
सोशल और सिक्योरिटी एंगल पर सवाल
बीसीएस स्कूल अपहरण मामला शिमला जैसे शांत शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है। स्कूलों के बाहर पर्याप्त सीसीटीवी कवरेज, गार्ड्स की मौजूदगी और वाहनों की चेकिंग की जरूरत एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई है।
साइबर क्राइम का पहलू भी अहम है, क्योंकि बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी में फिरौती की मांग ने पुलिस की चुनौती बढ़ा दी है। ऐसे मामलों में तकनीकी और कानूनी स्तर पर मजबूत तैयारी की जरूरत है।
स्थानीय समाज में आक्रोश और चिंता
बीसीएस स्कूल अपहरण मामला सामने आने के बाद अभिभावकों और स्थानीय लोगों में रोष है। वे मांग कर रहे हैं कि बीसीएस स्कूल अपहरण मामला जैसे अपराधों में कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। इसके साथ ही स्कूल प्रशासन और पुलिस को मिलकर सुरक्षा प्रोटोकॉल को और मजबूत बनाने की अपील भी की जा रही है।
Leave a Reply