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चंबा बोलेरो कैंपर हादसा: ज्युरा माता मंदिर के पास दिल दहला देने वाली दुर्घटना, 250 मीटर गहरी खाई में गिरी गाड़ी, चालक की मौके पर दु:खद मौत

ताज़ा पांवटा साहिब सड़क हादसा धौलाकुआं सांकेतिक तस्वीर

चंबा बोलेरो कैंपर हादसा: ज्युरा माता मंदिर के पास 250 मीटर गहरी खाई में गिरी गाड़ी, चालक की दुःखद मौत

चंबा-खड़ामुख-होली रोड पर दर्दनाक चंबा बोलेरो कैंपर हादसा

ज्युरा माता मंदिर के पास 250 मीटर नीचे रावी नदी में गिरी गाड़ी

पुलिस और अग्निशमन विभाग ने रातभर चलाया सर्च ऑपरेशन

गरीब परिवार से संबंध रखने वाले चालक की मौत

सड़क सुरक्षा पर फिर उठे सवाल

हादसे में मारे गए चालक की पहचान सुनील कुमार के रूप में

हादसे की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीण

पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया

निजी जल विद्युत परियोजना में कार्यरत था मृतक

ग्रामीणों ने की सड़क किनारे सुरक्षा बैरियर लगाने की मांग

होली (चंबा): हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में शुक्रवार देर रात एक दर्दनाक चंबा बोलेरो कैंपर हादसा हुआ। चंबा-खड़ामुख-होली मार्ग पर ज्युरा माता मंदिर के पास एक बोलेरो कैंपर अनियंत्रित होकर 250 मीटर गहरी खाई में जा गिरी, जिससे चालक की मौके पर मौत हो गई। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।

हादसे का विवरण
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान सुनील कुमार (22) पुत्र किशो राम, निवासी कुलेठ, ग्राम पंचायत किलोड़ (लिल्ह) के रूप में हुई है। सुनील एक निजी जल विद्युत परियोजना में पांच वर्षों से कॉन्ट्रैक्ट पर कार्यरत था। शुक्रवार रात को वह कंपनी की शिफ्ट खत्म कर होली से गरोला लौट रहा था।

ज्युरा माता मंदिर के समीप पहुंचते ही बोलेरो कैंपर का संतुलन बिगड़ गया और वाहन सीधे 250 मीटर नीचे रावी नदी में जा गिरा। हादसा इतना भयानक था कि वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और चालक की मौके पर ही मौत हो गई।

रातभर चला सर्च ऑपरेशन
हादसे की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस व अग्निशमन विभाग को सूचना दी। पुलिस टीम भरमौर थाना प्रभारी बाबूराम के नेतृत्व में मौके पर पहुंची और तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया।

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हालांकि, मध्यरात्रि तक चालक का कोई पता नहीं चला। अंततः रात करीब 2:00 बजे रावी नदी में तलाशी के दौरान सुनील का शव बरामद कर सड़क तक लाया गया। इसके बाद शव को सिविल अस्पताल भरमौर भेजा गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।

गरीब परिवार से था संबंध
स्थानीय लोगों के अनुसार, सुनील कुमार का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। वह घर के लिए मुख्य कमाने वाला सदस्य था। इस हादसे से परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव में माहौल गमगीन है और लोग परिवार को ढांढस बंधा रहे हैं।

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स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
ग्रामीणों का कहना है कि चंबा-खड़ामुख-होली मार्ग के कई हिस्से बेहद खतरनाक हैं, खासकर ज्युरा माता मंदिर के पास का इलाका। यहां सड़क संकरी है और बैरियर की कमी है, जिससे हादसे का खतरा हमेशा बना रहता है। उन्होंने प्रशासन से सड़क सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।

सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल
यह चंबा बोलेरो कैंपर हादसा क्षेत्र में सड़क सुरक्षा को लेकर बड़ी चिंता खड़ी करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि पहाड़ी इलाकों में तेज रफ्तार, मोड़ों पर लापरवाही और बैरियर की कमी ऐसे हादसों का मुख्य कारण है। अगर समय रहते सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए, तो ऐसे हादसे आगे भी हो सकते हैं।

निष्कर्ष
यह चंबा बोलेरो कैंपर हादसा न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक चेतावनी भी है। पहाड़ी सड़कों पर ड्राइविंग करते समय छोटी सी चूक भी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है। यह घटना बताती है कि सड़क सुरक्षा के मानकों में सुधार, खतरनाक मोड़ों पर मजबूत बैरियर, स्पष्ट चेतावनी संकेत और चालकों के लिए सुरक्षित ड्राइविंग प्रशिक्षण अनिवार्य होना चाहिए।

स्थानीय प्रशासन और सरकार को चाहिए कि ऐसे संवेदनशील मार्गों का नियमित निरीक्षण करे और जरूरत पड़ने पर तात्कालिक सुधार कार्य करवाए। वहीं, वाहन चालकों को भी चाहिए कि वे सावधानी बरतें, विशेषकर रात के समय और बारिश के मौसम में।

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