मिंजर मेला मार्केट में स्वास्थ्य विभाग आदेशों की अनदेखी, खुले में बिक रहा खाना
खाद्य उत्पाद बिना ढके, लोगों की सेहत पर खतरा
चंबा। ऐतिहासिक मिंजर मेला अपने रंग और रौनक के लिए पूरे प्रदेश में प्रसिद्ध है, लेकिन इस बार इसकी अस्थायी मार्केट में स्वास्थ्य नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। चौगान स्थित इस मार्केट में स्वास्थ्य विभाग के सख्त निर्देशों के बावजूद खाद्य उत्पाद खुले में बेचे जा रहे हैं, जिससे आम लोगों की सेहत खतरे में है।
कुछ दिन पहले खाद्य सुरक्षा टीम ने मिंजर मेले की अस्थायी दुकानों और स्टालों का निरीक्षण कर सभी विक्रेताओं को स्पष्ट आदेश दिए थे कि वे अपने खाद्य उत्पादों को धूल-मिट्टी और मक्खियों से बचाने के लिए ढककर रखें। टीम ने यह भी कहा था कि अगर कोई विक्रेता आदेशों की अवहेलना करेगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लेकिन हकीकत में स्थिति बिल्कुल अलग है — ज्यादातर स्टॉल इन निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं।
राजस्थानी व्यंजन स्टॉल पर सबसे ज्यादा भीड़, लेकिन सफाई इंतजाम नदारद
चौगान में लगने वाले अस्थायी बाजार में दो नंबर चौगान के पास एक राजस्थानी व्यंजन स्टॉल सबसे ज्यादा भीड़ खींच रहा है। यहां विभिन्न प्रकार के पकवान और मिठाइयां बिक रही हैं, लेकिन इन्हें ढकने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। धूल-मिट्टी, उड़ते कण और कीट आसानी से इन पर बैठ सकते हैं। यही नहीं, गर्मी और उमस में खुले में रखे गए इन खाद्य पदार्थों में जल्दी बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि चौगान में रोजाना सैकड़ों लोग आते-जाते हैं। उनके पैरों से उड़ने वाली धूल और मिट्टी का सीधा असर इन खाद्य उत्पादों पर पड़ रहा है।
स्थानीय निवासियों की नाराज़गी, कार्रवाई की मांग
स्थानीय निवासी संजय शर्मा, गुरमीत, हंसराज, अजय कुमार, महिंद्र सिंह, वीर सिंह और मनोज कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने जो आदेश दिए थे, उनकी नियमित निगरानी भी उतनी ही ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि अगर विक्रेता आदेशों की अनदेखी कर रहे हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
इन लोगों ने यह भी कहा कि मेला सिर्फ मनोरंजन और खरीदारी के लिए ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक आस्था का प्रतीक भी है। अगर यहां पर खाद्य सुरक्षा से खिलवाड़ होगा, तो यह न केवल लोगों की सेहत के लिए खतरा है, बल्कि मेले की छवि पर भी नकारात्मक असर डालेगा।
स्वास्थ्य विभाग की सफाई – जल्द होगी कार्रवाई
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बिपिन ठाकुर ने बताया कि विभाग इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही एक विशेष टीम को मौके पर भेजा जाएगा, जो आदेशों का पालन न करने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई करेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि विभाग ने मेला शुरू होने से पहले ही सभी विक्रेताओं को निर्देश दिए थे, और अगर अब भी कोई इनका पालन नहीं कर रहा है, तो वह नियमों के उल्लंघन का दोषी है।
खाद्य सुरक्षा के नियम और उनका महत्व
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि खुले में रखा भोजन धूल, प्रदूषण, मक्खी, कीटाणु और बैक्टीरिया से जल्दी संक्रमित हो सकता है। यह संक्रमण फूड पॉइजनिंग, डायरिया, टाइफाइड और अन्य बीमारियों का कारण बन सकता है।
खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत हर खाद्य विक्रेता को अपने उत्पादों को साफ-सुथरे ढंग से पैक या ढककर रखने की अनिवार्यता है। खासकर भीड़-भाड़ वाले आयोजनों और मेलों में यह नियम और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
निष्कर्ष
मिंजर मेला चंबा का गौरव है और यहां आने वाले हर व्यक्ति की सेहत और सुरक्षा प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ज़िम्मेदारी है। ऐसे में विभाग को सख्ती बरतते हुए उन विक्रेताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए, जो लापरवाही बरत रहे हैं। साथ ही, लोगों को भी सजग रहना चाहिए और खुले में बिक रहे खाद्य पदार्थों को खरीदने से बचना चाहिए।
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