नाहन (सिरमौर)। जिला सिरमौर में पिछले कई घंटों से जारी मूसलधार बारिश ने आम जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। भारी बारिश के चलते जिले में करोड़ों का नुकसान हुआ है। इस बारिश से नदी और नाले पूरे उफान पर आ गए हैं।
रविवार को जिले में नेशनल हाइवे-707 सहित चार दर्जन सड़कों पर भारी भूस्खलन और मलबा आने से आवाजाही बंद रहीं। नाहन-पांवटा साहिब नेशनल हाइवे किनारे ढिमकी मंदिर के समीप मारकंडा नदी के तेज बहाव में हनुमान मंदिर बह गया। बताया जा रहा है कि हाल ही में मंदिर का निर्माण हुआ था। वहीं, कटासन के समीप बहने वाले एक खड्ड के पार कोलर के 8 लोग फंस गए, जिन्हें प्रशासन ने जेसीबी की मदद से रेस्क्यू किया।
बता दें कि भारी बारिश के बीच इस खड्ड का जलस्तर काफी बढ़ गया, जहां दूसरी ओर 8 लोगों के फंसने की सूचना जिला प्रशासन को मिली. लिहाजा, एसडीएम नाहन सलीम आजम और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। प्रशासन ने जेसीबी की मदद से कोलर के युसूफ (70), मीर आलम (35), रमजानो (30), जाफर (13), गफूरा (8), जैषन (5), आसमा (3) और प्रेम सिंह (70) को सुरक्षित बाहर निकाला।
इसके अलावा कंडईवाला में धान की फसल बुरी तरह तबाह हो गई है। इस बीच सलानी नदी भी भारी उफान पर रही। बारिश के चलते संगड़ाह, शिलाई, राजगढ़, नाहन, पांवटा साहिब और सराहां में 51 सड़कें बंद रहीं। इसके साथ-साथ विद्युत बोर्ड के 119 टांसफार्मर भी प्रभावित हुए हैं।
बारिश से लोक निर्माण विभाग का 5.64 करोड़ का नुकसान हुआ है, जबकि जलशक्ति विभाग को 33 लाख का नुकसान हुआ है। इस बारिश से कई लोगों के घरों को क्षति पहुंची है तो कई घरों में पानी भर गया।