दैनिक जनवार्ता न्यूज
शिमला। हरियाणा की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन का उत्तर भारत में बहुत असर पड़ रहा है। आज किसान आंदोलन का दूसरा दिन है ऐसे में अगर ये आंदोलन लम्बा चलता है तो हिमाचल पर इसका विपरीत असर पड़ेगा। किसान आंदोलन की वज़ह से हरियाणा के अंबाला में नैशनल हाई वे बंद पड़ा है। चंडीगढ़ से हिमाचल को जोड़ने वाले इस हाई वे पर बस और ट्रांसपोर्ट सेवा पर असर पड़ रहा है।
हिमाचल पथ परिवहन की बसें न तो दिल्ली जा रही हैं न ही चंडीगढ़ लेकिन अब रूट को बदला गया है। ऐसे में दिल्ली जाने वाले लोग परेशान हैं। इसके अतिरिक्त हिमाचल में टूरिज्म, दवा उद्योग और रोजमर्रा के समान की आपूर्ति पर भी असर पड़ा है। दिल्ली और अन्य राज्यों से आवाजाही बंद है। फिलहाल इसका आंशिक असर पड़ रहा है लेकिन अगर आंदोलन लम्बा चला तो ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। हिमाचल प्रदेश के सोलन के बद्दी में एशिया का सबसे बड़ा दवा उद्योग है।
बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ फार्मा मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राजेश गुप्ता ने कहा कि अभी किसान आंदोलन शुरू हुआ है, अभी दवा उद्योग पर इतना असर नहीं पड़ा है। क्यूँ कि हमारे पास कच्चे माल और अन्य जरूरी चीजों का स्टॉक रहता है। लेकिन अगर आंदोलन लम्बा चलता है तो जरुर असर पड़ेगा।उन्होंने कहा कि 20 फरवरी के बाद समस्या बढ़ेगी। उन्होंने उम्मीद जताई है कि ये किसान आंदोलन का मसला जल्द ही सुलझ जाएगा।