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नशा एक धीमा जहर: राजकीय महाविद्यालय नारायणगढ़ में तम्बाकू निषेध दिवस पर नशा मुक्ति अभियान और सिगनेचर कैंपेन आयोजित

नशा शारीरिक, मानसिक और सामाजिक जीवन को नष्ट करता है: नारायणगढ़ कॉलेज में तम्बाकू निषेध दिवस पर जागरूकता अभियान

समाचार विस्तार :

नारायणगढ़, 26 मई। राजकीय महाविद्यालय नारायणगढ़ में एंटी टोबैको डे के उपलक्ष में नशा मुक्ति अभियान के तहत प्लेज वॉल और सिग्नेचर कैंपेन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय की एनसीसी यूनिट द्वारा कमांडिंग ऑफिसर कर्नल समित नवानी (2 हरियाणा बटालियन, एनसीसी अंबाला कैंट) के आदेशानुसार, प्राचार्या डॉ. खुशीला के मार्गदर्शन और कार्यकारी प्राचार्य डॉ. देवेंद्र ढींगरा की अध्यक्षता में किया गया।

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कार्यक्रम के दौरान डॉ. देवेंद्र ढींगरा ने विद्यार्थियों एवं एनसीसी कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि नशा समाज की एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जो व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और सामाजिक जीवन को गहराई से प्रभावित करती है। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों का सेवन एक धीमा ज़हर है, जो व्यक्ति के जीवन को समय से पहले ही समाप्त कर सकता है। नशे से बचाव और जन-जागरूकता ही इस समस्या का स्थायी समाधान है।

डॉ. ढींगरा ने आगे कहा कि छात्रों को इस मुद्दे के प्रति जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि वे स्वयं भी नशे से दूर रहें और दूसरों को भी इसके खिलाफ प्रेरित करें। उन्होंने सभी छात्रों से आग्रह किया कि वे जीवन भर नशे से दूर रहने का संकल्प लें।

इस अवसर पर एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि नशा व्यक्ति के जीवन, सपनों और रिश्तों को धीरे-धीरे नष्ट कर देता है। उन्होंने कहा कि अक्सर लोग जिज्ञासा, सामाजिक दबाव या मानसिक तनाव के कारण नशे की ओर आकर्षित होते हैं, लेकिन यह रास्ता जीवन को अंधकार की ओर ले जाता है।

कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स ने नशा मुक्त जीवन जीने की शपथ ली और प्लेज वॉल पर हस्ताक्षर कर इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाई।

यह अभियान युवाओं को जागरूक करने और समाज को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल रही।