शिमला। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली ने हाल ही में राष्ट्रीय शैक्षणिक पुरस्कार की घोषणा की है। इसके लिए हिमाचल प्रदेश से मात्र एक शिक्षक को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। जानकारी के मुताबिक इस बार प्रदेश सरकार ने 3 शिक्षकों को राष्ट्रीय शैक्षणिक पुरस्कार के लिए नामांकित किया था। इनमें से मात्र एक शिक्षक का ही इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। जिस शिक्षक को इस पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है वह चम्बा जिले से ताल्लुक रखते हैं। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, खरगड़ (सिहूंता) में कार्यरत केमिस्ट्री के प्रवक्ता सुनील कुमार पूरे प्रदेश में एक मात्र ऐसे शिक्षक हैं जिनको आने वाली 5 सितंबर यानी शिक्षक दिवस के अवसर पर दिल्ली में शिक्षा सम्मान से नवाजा जाएगा। सुनील कुमार ने बताया कि 2008 में उन्हें शिक्षा विभाग में बतौर टीजीटी नियुक्ति मिली थी, वर्ष 2016 में उन्हें पदोन्नत करके प्रवक्ता केमिस्ट्री के पद पर नियुक्ति मिली।
वो उपलब्धि जिसके लिए हुआ चयन
सुनील कुमार बचपन से ही दिव्यांग हैं। बावजूद इसके उन्होंने अपनी दिव्यांगता को कभी अपनी सफलता के आड़े नहीं आने दिया। वे अवकाश के दिनों में भी बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने के साथ साथ यूट्यूब चैनल के माध्यम से अन्य शिक्षकों को भी प्रशिक्षित करते हैं। स्कूल के प्रधानाचार्य सतीश कौशल ने बताया कि सुनील कुमार हिमाचल प्रदेश के एकमात्र शिक्षक हैं जिनको राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। यह उनके विद्यालय के साथ साथ पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है।