दैनिक जनवार्ता
नई दिल्ली/हाथरस। हाथरस हादसे में एक और नया खुलासा सामने आया है। बताया जा रहा है कि तथाकथित भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में हादसे का शिकार हुए श्रद्धालुओं को बचाने आए ग्रामीण युवाओं को बाबा के सेवादारों ने रोका था। इससे बचाव कार्य में देर लगी और कई जानें चली गई।
आरोप है कि भोले बाबा के सेवादारों ने मदद के लिए आए ग्रामीणों को गड्ढे में गिर लोगों को निकालने और अस्पताल पहुंचाने से रोका। इसी रुकावट के चलते हादसे के शिकार लोगों को समय रहते सहायता न मिल पाई।
मुगलगढ़ी, बराई, सहायपुर, बमनहार गडिया आदि गांवों के युवा घटनास्थल पर मदद के लिए पहुंचे और सत्संगियों को गड्ढे से निकालने और निजी वाहनों व एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाने में जुट गए। दलदल भरे खेतों और कीचड़ में ग्रामीणों ने जान बचाने का प्रयत्न किया। ग्रामीणों ने बचाव कार्य तब तक जारी रखा जब तक सभी निकाल नहीं लिए गए।