दैनिक जनवार्ता ब्यूरो
नाहन (सिरमौर) 28 अक्तूबर। जिले के सभी मंदिरों सहित त्रिलोकपुर में स्थित माता बालासुन्दरी मन्दिर को चंद्र ग्रहण सूतक काल शुरू होने के चलते शाम 4 बजे बंद कर दिया गया। सूतक काल के चलते सांध्यकालीन आरती भी शाम 4 बजे से पूर्व ही सम्पन्न हुई। मन्दिर के कपाट सुबह 5 बजे खोल दिए गए थे। प्रातः से शाम 4 बजे तक लगभग 12,500 श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में शीश नवा कर आशीर्वाद प्राप्त किया। जिले के अन्य मंदिरों में भी यही आलम रहा। वहाँ भी संध्या आरती 4 बजे से पूर्व ही की गई। मन्दिर न्यास समिति त्रिलोकपुर के प्रभारी विजयपाल ने बताया कि शरद पूर्णिमा को मध्यरात्रि में चंद्र ग्रहण लगने के कारण मन्दिर में सांध्यकालीन मुख्य आरती शाम 4 बजे से पहले ही कर दी गई। इसके बाद शाम 4 बजे मन्दिर के कपाट बंद कर दिये गए। उन्होंने बताया कि चंद्र ग्रहण से कुछ घन्टे पहले शाम 4:06 बजे से सूतक लग रहा है। लिहाजा सूतक लगने के बाद पूजा-पाठ व आरती निषिद्ध माने जाते हैं। शरद पूर्णिमा के मौके पर शनिवार को 12,500 श्रद्धालु त्रिलोकपुर पहुँचे। इस दौरान 5,20,000 रुपए नगदी, 3 ग्राम सोना और 2307 ग्राम चांदी चढ़ावे में मंदिर न्यास को प्राप्त हुई।
Live Update Sirmaur : जिले के सभी मंदिरों के कपाट शाम 4:00 बजे हुए बंद। संध्या आरती दिन में हुई सम्पन्न।।
