सनातन धर्म पर राजनीति करने वालों को परिभाषा सिखाने का अधिकार नहीं: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू
धर्मशाला (कांगड़ा)। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने धर्मशाला में आयोजित वॉकथॉन के दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि सनातन धर्म की परिभाषा वे लोग न सिखाएं, जो खुद सनातन धर्म के नाम पर राजनीति कर वोट प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का अर्थ है—अच्छे कर्म करना, सेवा भावना रखना, दीन-दुखियों की मदद करना और समाज के प्रति संवेदनशील रहना। मुख्यमंत्री सुक्खू ने बताया कि हाल ही में धर्मशाला में बच्चियों से मुलाकात के दौरान जब उन्होंने ‘राधे-राधे’ का अर्थ पूछा तो भाजपा ने इस पूरे संवाद का आधा हिस्सा काटकर प्रस्तुत कर भ्रम फैलाने की कोशिश की।
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मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा समारोह के समय केंद्र में भाजपा सरकार ने आधे दिन की छुट्टी दी थी, जबकि हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने पूरे दिन का अवकाश घोषित किया था। उन्होंने कहा कि कन्या पूजन, गोवर्धन पूजा और दूसरों की सेवा करना हमारी परंपरा में बचपन से शामिल है, इसलिए भाजपा को सनातन धर्म पर ज्ञान देने से पहले स्वयं आत्ममंथन करना चाहिए। उनके अनुसार भाजपा के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है और वह सिर्फ उनके कार्यक्रमों के वीडियो बनाकर राजनीति कर रही है।
आगे बोलते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आरोप लगाया कि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने पांच साल में प्रदेश की संपदा को भारी नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में 4500 बीघा भूमि को महज 1.22 करोड़ रुपये में कस्टमाइज्ड पैकेज के नाम पर दे दिया गया, जबकि उस जगह की वास्तविक कीमत करीब पांच हजार करोड़ रुपये है। यह भूमि इतनी विशाल थी कि वहां एक नया शहर बसाया जा सकता था। उन्होंने कहा कि भाजपा अब विधानसभा में वास्तविक मुद्दों पर चर्चा करने से बच रही है और ध्यान भटकाने वाली राजनीति कर रही है।
