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उपमंडल ज्वालामुखी के फकलोह क्षेत्र में आग में टेंट हाउस जलकर राख
80 लाख का नुकसान
कांगड़ा : कांगड़ा जिले के फकलोह क्षेत्र में शनिवार देर रात लगी फकलोह आग ने एक परिवार की वर्षों की मेहनत को राख में बदल दिया। ज्वालामुखी के वार्ड नंबर-1 की समिता चौधरी द्वारा संचालित मिठ्ठू टेंट हाउस में लगी इस फकलोह आग से करीब 80 लाख रुपये का सामान जल गया।
फकलोह क्षेत्र में भीषण आग में टेंट, कुर्सियां और बर्तन तक खाक
जानकारी के अनुसार, आग इतनी भीषण थी कि टेंट हाउस में रखा सारा सामान — चुनी, टेंट, कुर्सियां, टेबल, बर्तन, काउंटर, क्रोकरी और लगभग 200 बिस्तर — पूरी तरह जलकर राख हो गए। रविवार सुबह करीब पांच बजे समिता चौधरी को किसी अजनबी के फोन से फकलोह आग की सूचना मिली। जब वे मौके पर पहुंचीं, तो सब कुछ जल चुका था।
शरारती तत्वों पर शक, पहले भी लगी थी आग
समिता ने आशंका जताई कि यह किसी शरारती तत्व की हरकत हो सकती है। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी, जब उनका टेंट हाउस दरंग में था, तब किसी ने आग लगाने की कोशिश की थी, लेकिन तब समय रहते आग पर काबू पा लिया गया था।
फायर ब्रिगेड को पानी की कमी से जूझना पड़ा
सूचना मिलते ही ज्वालामुखी से फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची, मगर पानी के कम प्रेशर के कारण फकलोह आग पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका। बाद में देहरा से बुलाई गई टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
विधायक ने लिया जायजा, राहत देने के निर्देश
घटना की जानकारी मिलते ही विधायक संजय रत्न मौके पर पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने प्रशासन को पीड़ित परिवार को तुरंत राहत और सहायता देने के निर्देश दिए।
फकलोह क्षेत्र में आग से टूटा परिवार, मदद की गुहार
समिता चौधरी अपने पति के निधन के बाद पिछले पांच साल से खुद ही टेंट हाउस चला रही थीं। उनके परिवार में 13 वर्षीय बेटा गीतांश और 10 वर्षीय बेटी रूहानी हैं। अचानक हुई फकलोह आग से परिवार गहरे सदमे में है। दोनों बच्चे अपनी मां का दुख देखकर फूट-फूटकर रो पड़े।
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स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस संकट की घड़ी में समिता चौधरी को तत्काल आर्थिक सहायता और पुनर्वास दिया जाए ताकि वे फिर से अपने जीवन को संभाल सकें।
