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रेणुका मेले का समापन : राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल होंगे मुख्य अतिथि
नाहन (सिरमौर)। जिला सिरमौर का प्रसिद्ध अन्तर्राष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेला अपने समापन की ओर है। इस वर्ष रेणुका मेले का समापन समारोह विशेष रूप से भव्य होने जा रहा है, क्योंकि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और श्रद्धालुओं में राज्यपाल के आगमन को लेकर उत्साह का माहौल है।
रेणुका मेले का समापन: राज्यपाल करेंगे प्रदर्शनियों का अवलोकन
रेणुका मेले के समापन कार्यक्रम की शुरुआत राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के माता रेणुका जी और भगवान परशुराम सहित अन्य देवताओं के दर्शन व आशीर्वाद प्राप्त करने से होगी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राज्यपाल दोपहर 1:45 बजे रेणुका जी प्रदर्शनी स्थल पर पहुंचेंगे, जहां विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन करेंगे। इन प्रदर्शनियों में प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं व विकास कार्यों की झलक देखने को मिलेगी।
समापन समारोह में राज्यपाल का संबोधन
इसके बाद दोपहर 2:35 बजे राज्यपाल रेणु मंच से रेणुका मेले का समापन करेंगे। इस दौरान अपने सम्बोधन से वो मेले के सफल आयोजन पर प्रशासन, आयोजक मंडल और स्थानीय जनता को बधाई देंगे। राज्यपाल उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण भी करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि वे अपने संबोधन में सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण और लोक परंपराओं के संवर्धन पर भी विशेष बल देंगे।
शाम को आरती और भगवान परशुराम कथा में लेंगे भाग
रेणुका मेले का समापन कार्यक्रम केवल दिन तक सीमित नहीं रहेगा। शाम 6:00 बजे राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल देवघाट पर आयोजित माता रेणुका जी की महाआरती में भाग लेंगे। यह आरती मेले का एक प्रमुख आकर्षण होती है, जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं। इसके पश्चात रात 8:05 बजे वे रेणु मंच पर होने वाली भगवान परशुराम कथा के मंचन में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
रेणुका मेले का समापन होगा पारंपरिक भव्यता के साथ
इस वर्ष रेणुका मेले का समापन पारंपरिक और सांस्कृतिक भव्यता के साथ किया जाएगा। मेले के दौरान जहां लोक कलाकारों ने प्रदेश की लोक संस्कृति का सुंदर प्रदर्शन किया, वहीं स्थानीय कारीगरों और स्वयं सहायता समूहों ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी से आकर्षण बढ़ाया। समापन दिवस पर विशेष सुरक्षा और यातायात व्यवस्थाएं भी की गई हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
लोक संस्कृति और आस्था का संगम
रेणुका मेले का समापन न केवल एक आयोजन का अंत है बल्कि यह हिमाचल प्रदेश की लोक संस्कृति, परंपरा और आस्था के मिलन का प्रतीक है। यह मेला प्रदेश की सामाजिक एकता, धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक गौरव का दर्पण है। राज्यपाल की उपस्थिति इस आयोजन की गरिमा को और बढ़ाएगी।
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