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नाटी किंग कुलदीप शर्मा के नाम रही रेणुका मेले की चौथी सांस्कृतिक संध्या
पंडाल में झूमने पर विवश हुए दर्शक
ददाहू (सिरमौर)। अंतर्राष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेले की चौथी सांस्कृतिक संध्या लोक संगीत के नाम समर्पित रही। इस संध्या में प्रदेश के सुप्रसिद्ध लोकगायक नाटी किंग कुलदीप शर्मा और कलाकार कुमार साहिल ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से ऐसा रंग जमाया कि पंडाल में बैठे दर्शक अपनी सीटें छोड़कर नाचने पर मजबूर हो गए। मंच पर हर ओर संगीत, उत्साह और लोक संस्कृति की झंकार सुनाई दी।
कुलदीप शर्मा की नाटियों ने बांधा समां
जब नाटी किंग कुलदीप शर्मा ने मंच पर कदम रखा, तो दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। उन्होंने रेणुका वंदना के साथ अपनी प्रस्तुति की शुरुआत की और उसके बाद “दरोगाजी इन छौरुआं नू ली समझाईं”, “मुंदडी जुग्गे ना तेरे कांनो”, “रोहड़ू जाना मेरी आमिये” सहित अन्य लोकप्रिय लोकगीतों से माहौल को संगीतमय बना दिया।
उनके गीतों पर मुख्य अतिथि से लेकर आम दर्शक तक थिरकते नजर आए। उनकी प्रस्तुति ने चौथी सांस्कृतिक संध्या को यादगार बना दिया।
कुमार साहिल की फिल्मी धुनों ने बढ़ाया जोश
इससे पहले युवा गायक कुमार साहिल ने अपने फिल्मी गीतों से समां बांध दिया। उन्होंने “जीने मेरा दिल लुटिया”, “कजरा मोहब्बत वाला”, “पल्लू लटके” और “गुलाबी आंखें जो तेरी देखी” जैसे सुपरहिट गीतों की झड़ी लगाकर दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया।
उनकी ऊर्जावान प्रस्तुति ने चौथी सांस्कृतिक संध्या में आधुनिक और पारंपरिक संगीत का बेहतरीन संगम प्रस्तुत किया।
फिरदौस बैंड और अन्य कलाकारों ने मचाया धमाल
शिमला के प्रसिद्ध फिरदौस बैंड ने “एक हसीना थी एक दीवाना था”, “दम मारो दम”, “कोई मिल गया” और “तेरा मेरा प्यार अडिये बचपनों रा” जैसे नगमों से दर्शकों की वाहवाही लूटी।
वहीं, लोक कलाकार काकू चौहान ने “परदेसिया सब कहते हैं तूने मेरा दिल ले लिया”, “तुम तो ठहरे परदेसी” और “इन छौरुआं ने लिए समझाई” जैसे गीतों से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा।
स्थानीय प्रतिभाओं ने भी जीता दर्शकों का दिल
ददाहू की नन्ही बच्ची हेरंबिका दे ने नशे के खिलाफ एक भावनात्मक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया। वहीं डिग्री कॉलेज ददाहू की छात्राओं ने “मेरे डोलना तेरे प्यार की धून” गीत पर क्लासिकल नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने सबका मन मोह लिया।
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इसके अतिरिक्त लोक कलाकार कृनैश पुण्डीर, विकास शर्मा, जेपी शर्मा, हरि किशन शर्मा, रविन्द्र एण्ड रवि, हंसराज, पूजा कला मंच शिमला, नरेश कुमार, अंजना व रंजना कुमारी सहित दर्जनों कलाकारों ने भी लोकगीतों और फिल्मी गीतों की बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं। उनकी मौजूदगी ने चौथी सांस्कृतिक संध्या को और भी खास बना दिया।
मुख्य अतिथि और अधिकारियों ने लिया आनंद
चौथी सांस्कृतिक संध्या के मुख्य अतिथि नाहन के विधायक अजय सोलंकी ने मेले का भरपूर आनंद लिया। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त एल.एल.आर. वर्मा, तहसीलदार ददाहू जय सिंह ठाकुर, डीएसपी संगड़ाह मुकेश डडवाल, सीईओ भारत सिंह ठाकुर, मित्र सिंह तोमर व रविन्द्र गुप्ता सहित रेणुका विकास बोर्ड के सदस्य, अधिकारी और हजारों दर्शक मौजूद रहे। सभी ने हिमाचली लोक संस्कृति और संगीत की इस रंगारंग शाम का भरपूर लुत्फ उठाया।
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लोक संस्कृति का जीवंत उत्सव बनी चौथी सांस्कृतिक संध्या
रेणुका मेले की चौथी सांस्कृतिक संध्या ने हिमाचल की लोक संस्कृति और संगीत की लोकप्रियता को जीवंत कर दिया। पारंपरिक नाटियों से लेकर आधुनिक गीतों तक, हर प्रस्तुति ने दर्शकों को बांधे रखा।
यह शाम केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं रही, बल्कि इसने प्रदेश की लोक विरासत को संजोने और नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक शानदार उदाहरण पेश किया।
