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रेणुकाजी मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या: लोक कलाकारों ने जमाया रंग, झूम उठे दर्शक
लोक संस्कृति की महक से महका रेणुकाजी मेला परिसर
नाहन (सिरमौर)। रेणुकाजी मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या पूरी तरह से हिमाचली लोक रंग में रंगी रही। इस सांस्कृतिक शाम में प्रदेश के नामचीन लोक कलाकारों ने अपने गीतों और सुरों से ऐसा समां बांधा कि पूरा मैदान झूम उठा। मंच से उठती संगीत की गूंज ने दर्शकों को न केवल मंत्रमुग्ध किया बल्कि वे अपनी सीटें छोड़ थिरकने पर मजबूर हो गए।
हनी नेगी और पंकज ठाकुर ने किया मस्ती का आगाज
रेणुकाजी मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या का आरंभ लोकप्रिय लोक गायक हनी नेगी की प्रस्तुति से हुआ। उन्होंने “मिट्ठी मिट्ठी बातों रा”, “ठण्डे पानी ना नाला बैलिए” और “पानी री टंकी हो” जैसे गीतों से दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया।
इसके बाद पंकज ठाकुर ने अपने प्रसिद्ध गीत “शिमला पडे पुलिस रे घस्से” पर जबरदस्त प्रदर्शन कर दर्शकों को खूब नचाया। इन गीतों ने मेला मैदान को झूमने वाले दर्शकों के उत्साह से भर दिया।
अर्जुन गोपाल और रंजन रघुवंशी की सुरीली जोड़ी ने बांधा समां
हिमाचल की लोकप्रिय जोड़ी अर्जुन गोपाल व रंजन रघुवंशी ने अपनी मधुर आवाज़ में “मेरे दोस्तों मेरे दोस्तों हिमाचल प्यार हो”, “गाड़ी आई रेणुका माई” और “लाल चुड़िए चल मेले ते जाना” जैसे गीतों से संध्या को नई ऊंचाई दी।
उनकी प्रस्तुतियों ने दर्शकों को अपने प्रदेश की मिट्टी की खुशबू से भर दिया। रेणुकाजी मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में इस जोड़ी की परफॉर्मेंस ने लोक संस्कृति की जड़ों को फिर से जीवंत कर दिया।
राजेश त्यागी, हेमंत शर्मा और सुधीर यदुवंशी ने जीता दिल
लोक कलाकार राजेश त्यागी ने “दिल दिवाना होता है, मस्ताना होता है” और “हाए री मेरिये जौनंसारिए” जैसे गीतों से दर्शकों का दिल जीत लिया। वहीं हेमंत शर्मा ने “यारनी मिलदा दिलदार नी मिलदा” और “हूबै लालिए हो” गीतों से पूरे माहौल को संगीत रस में डुबो दिया।
इसके अलावा सुधीर यदुवंशी ने “देवा श्री गणेशा” से शुरुआत कर “तेरे बिन लागे नहीं मेरा जिया” और “नित खैर मंगा सोनिया” जैसे गीतों पर जबरदस्त तालियां बटोरीं।
दर्शकों का उत्साह चरम पर, मंच के पास उमड़ा जनसैलाब
रेणुकाजी मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में दर्शकों का उत्साह देखते ही बनता था। जैसे-जैसे कलाकारों ने सुरों की जुगलबंदी की, वैसे-वैसे दर्शक अपनी सीटों से उठकर मंच के पास थिरकते दिखे। लोक कलाकार किशन वर्मा ने “पिंक प्लाजो” गीत पर जब प्रदर्शन किया तो दर्शक झूम उठे।
करीब तीन दर्जन कलाकारों ने मंच पर अपनी प्रस्तुतियां देकर मेला स्थल को कला और संस्कृति के रंगों से सराबोर कर दिया।
विशिष्ट अतिथियों ने भी उठाया सांस्कृतिक संध्या का लुत्फ
इस मौके पर रेणुकाजी मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या के मुख्यातिथि उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कलाकारों की प्रस्तुतियों की जमकर सराहना की।
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कार्यक्रम में विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, उपायुक्त प्रियंका वर्मा, एसडीएम नाहन राजीव साँख्यान, रेणुका ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष तपेंद्र चौहान, महासचिव मित्र सिंह तोमर, और बोर्ड के सीईओ भरत सिंह ठाकुर सहित हज़ारों दर्शक मौजूद रहे।
रेणुकाजी मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या बनी लोक संस्कृति का उत्सव
इस शानदार आयोजन ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि रेणुकाजी मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या सिर्फ मनोरंजन का नहीं, बल्कि लोक संस्कृति के संरक्षण का माध्यम भी है। कलाकारों की प्रस्तुतियों ने हिमाचल की लोक परंपराओं को मंच पर जीवंत कर दिया और दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ दी।
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