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त्रिलोकपुर नवरात्र मेले का समापन: Big Divine Celebration, त्रिलोकपुर शक्तिपीठ में 1.80 लाख भक्तों ने लगाई हाजरी

त्रिलोकपुर में नवरात्र मेले का समापन करते हुए एसडीएम नाहन

नवरात्र मेले का समापन: शक्तिपीठ त्रिलोकपुर में शारदीय नवरात्र मेले का आज विधिवत हुआ समापन

नाहन (सिरमौर)। जिला सिरमौर के प्रसिद्ध शक्तिपीठ त्रिलोकपुर में आयोजित 15 दिवसीय शारदीय नवरात्र मेले का समापन मंगलवार को विधिवत रूप से संपन्न हुआ। समापन समारोह में एसडीएम नाहन राजीव संख्यान ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उनके साथ मेला अधिकारी एवं तहसीलदार नाहन उपेंद्र कुमार चौहान तथा मंदिर न्यास समिति त्रिलोकपुर के प्रभारी विजयपाल सिंह भी उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि ने विशेष रूप से हवन–यज्ञ में पूर्णाहुति डालकर मेले का समापन किया।

नवरात्र मेले का समापन: पौने दो लाख श्रद्धालुओं ने किए माता के दर्शन

15 दिवसीय नवरात्र मेले के दौरान प्रथम दिवस से चतुर्दशी तक कुल 1,80,200 श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए। मंगलवार को पूर्णिमा तक यह संख्या पौने दो लाख से अधिक पहुंच गई। श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह और भक्ति भाव से शक्तिपीठ में हाजिरी लगाई।

नवरात्र मेले का समापन: 2.04 करोड़ रुपये का चढ़ावा प्राप्त

22 सितंबर से 7 अक्टूबर तक मंदिर न्यास को कुल 2,04,06,118 रुपये नगद, ऑनलाइन और अन्य माध्यमों से चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुए। इसके अतिरिक्त श्रद्धालुओं ने 213 ग्राम 300 मिलीग्राम सोना और 18,976 ग्राम चांदी भी माता को अर्पित की। यह भक्तों की अटूट श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है।

नवरात्र मेले का समापन: शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहा पूरा मेला

मंदिर न्यास समिति की अध्यक्ष एवं जिला उपायुक्त प्रियंका वर्मा ने बताया कि शारदीय नवरात्र मेला पूरी तरह से शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहा। मेले के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त नहीं हुई।

उन्होंने बताया कि पुलिस, होमगार्ड, स्वास्थ्य, आयुष, जलशक्ति, विद्युत, लोक निर्माण, अग्निशमन विभाग सहित सभी विभागों और संस्थाओं का सहयोग सराहनीय रहा। श्रद्धालुओं की ओर से भी किसी प्रकार की शिकायत प्रशासन को प्राप्त नहीं हुई।

नवरात्र मेले का समापन: प्रशासन ने जताया संतोष

मेले की सफलता पर जिला प्रशासन ने सभी विभागों और स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया। प्रशासन ने कहा कि श्रद्धालुओं के अनुशासन और सहयोग से यह मेला प्रदेश में एक मिसाल बना है।

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