चमोली में आपदा: नंदानगर में बादल फटा, छह घर मलबे में दबे, सात लोग लापता
देहरादून। उत्तराखंड के चमोली में आपदा ने कहर बरपा दिया।जिले में बुधवार रात अचानक बादल फटने से भीषण तबाही मच गई। नंदानगर नगर पंचायत के वार्ड कुंत्री लगाफली में हुए इस हादसे ने लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया है। इस चमोली में आपदा के दौरान मलबे की चपेट में आकर छह घर पूरी तरह से जमींदोज हो गए। सात लोग अब तक लापता बताए जा रहे हैं, जबकि राहत दल ने त्वरित कार्रवाई कर दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है।
चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने जानकारी दी कि देर रात करीब 11 बजे पहाड़ से अचानक भारी मलबा नीचे गिरा। इस चमोली में आपदा के कारण प्रभावित क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। कई मकान चंद पलों में ढह गए और लोग जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे।
प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। पुलिस, एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन दल मौके पर पहुंचकर लापता लोगों की तलाश में जुट गए हैं। मलबे में दबे लोगों तक पहुंचने के लिए जेसीबी और अन्य संसाधनों की मदद ली जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रभावित परिवारों को अस्थायी आश्रय और राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अचानक तेज आवाज के बाद पहाड़ी से पानी और पत्थर तेजी से नीचे आए। देखते ही देखते पूरा इलाका मलबे से पट गया। इस चमोली में आपदा के चलते गांव के लोग पूरी तरह भयभीत हैं और लगातार सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार हो रही बारिश ने भूमि को कमजोर बना दिया है। ऐसे में बादल फटने जैसी घटनाएं अधिक विनाशकारी हो जाती हैं। हाल के वर्षों में उत्तराखंड के कई जिलों में इस तरह की आपदाएं बढ़ी हैं, जिनमें सबसे ज्यादा असर पर्वतीय इलाकों पर पड़ा है।
फिलहाल बचाव दल लगातार मलबा हटाने और लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं। राज्य सरकार ने उच्चाधिकारियों को मौके पर भेजने के निर्देश दिए हैं। आसपास के गांवों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है ताकि किसी और अप्रिय घटना से बचा जा सके।
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