सिरमौर आपदा: 230 करोड़ का नुकसान, राहत कार्यों की समीक्षा बैठक नाहन में आयोजित
नाहन, 09 सितम्बर। जिला सिरमौर आपदा में इस वर्ष मानसून से हुई भारी तबाही के चलते करीब 230 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया गया है। आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में राहत व पुनर्वास कार्यों की समीक्षा के लिए नाहन स्थित बचत भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता उद्योग, संसदीय मामले तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने की। इस दौरान हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, विधायक पांवटा साहिब सुखराम चौधरी, विधायक पच्छाद रीना कश्यप और विधायक नाहन अजय सोलंकी भी मौजूद रहे।
सिरमौर आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में नुकसान का आकलन और राहत की प्राथमिकता
समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि सिरमौर आपदा से अब तक राजस्व विभाग के अतिरिक्त विभिन्न विभागों को मिलाकर लगभग 170 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। केवल राज्य आपदा राहत कोष से अब तक 12 करोड़ 74 लाख रुपये राहत कार्यों पर खर्च किए जा चुके हैं। साथ ही, सड़कों, पुलों, जल आपूर्ति, शैक्षणिक संस्थानों और अन्य बुनियादी ढांचों की मरम्मत के लिए 4 करोड़ 44 लाख रुपये जारी किए गए हैं।
उद्योग मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को शीघ्र राहत उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने नायब तहसीलदारों और पटवारियों को नुकसान का सही आकलन कर पात्र व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने के लिए सक्रियता से कार्य करने के निर्देश दिए।
सड़क और संस्थान बहाली पर जोर
हर्षवर्धन चौहान ने लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों से कहा कि अवरुद्ध मार्गों को तुरंत खोला जाए और क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत प्राथमिकता पर की जाए। उन्होंने जिला प्रशासन को स्वास्थ्य व शिक्षा संस्थानों को भी प्राथमिकता के आधार पर राहत प्रदान करने के निर्देश दिए।
आपदा प्रबंधन की व्यवस्था
सिरमौर आपदा से निपटने के लिए जिला स्तर पर कई कदम उठाए गए हैं।
तहसील ददाहु के कुब्जा पवेलियन में राष्ट्रीय आपदा बचाव बल (NDRF) की तैनाती की गई है।
त्वरित प्रतिक्रिया दल (Quick Response Teams) भी सक्रिय किए गए हैं।
जिला में 24×7 आपातकालीन परिचालन केंद्र स्थापित है, जहां नागरिक 1077 टोल-फ्री नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
प्रभावित परिवार और संपत्ति
जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, 20 जून से 9 सितम्बर 2025 के बीच सिरमौर आपदा में—
10 पक्के घर और 12 कच्चे घर पूरी तरह ढह गए।
51 पक्के घर और 40 कच्चे घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए।
90 गौशालाएं, 4 दुकानें क्षतिग्रस्त हुईं और 44 पशुधन का नुकसान दर्ज किया गया।
जनप्रतिनिधियों के साथ तालमेल
उद्योग मंत्री ने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य चुने हुए प्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र की स्थिति की जानकारी लेना और राहत कार्यों की गति की समीक्षा करना है। उन्होंने कहा कि आपदा के समय सभी को एकजुट होकर कार्य करना चाहिए, ताकि सिरमौर में हुए नुकसान की जल्द भरपाई की जा सके।
सिरमौर आपदा पर उपायुक्त का आश्वासन
बैठक में उपायुक्त सिरमौर प्रियंका वर्मा ने आश्वासन दिया कि जिला में आपदा से हुई क्षति का सही आकलन किया जाएगा और प्रभावित परिवारों को शीघ्र राहत उपलब्ध करवाई जाएगी।
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