79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह: तिरंगा फहराकर शुरू हुआ कार्यक्रम
पूर्व सैनिकों का संबोधन और प्रेरणा, एनसीसी और एनएसएस की भागीदारी
विस्तृत समाचार
नाहन (सिरमौर)। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बनकला में 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह बड़े हर्षोल्लास और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया। इस विशेष अवसर पर विद्यालय प्रांगण तिरंगे की आभा और देशभक्ति के नारों से गूंज उठा। विद्यार्थियों, शिक्षकों और पूर्व सैनिकों की उपस्थिति ने इस पर्व को और भी यादगार बना दिया।
तिरंगा फहराते हुए पूर्व सैनिकों का सम्मान
समारोह के मुख्य अतिथि सेवानिवृत सूबेदार ज्ञान बहादुर राणा रहे, जिन्होंने तिरंगा फहराकर 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत की। विशिष्ट अतिथियों के रूप में सेवानिवृत सूबेदार मेजर शिवराज चौहान, सेवानिवृत हवलदार बसन्त कुमार और सेवानिवृत सैनिक ऋषि शर्मा मौजूद रहे।
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अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ने कहा कि हमारी असली शक्ति विविधता में एकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को भ्रष्टाचार और सामाजिक बुराइयों से दूर रहने का आह्वान किया और कारगिल युद्ध के अनुभव साझा करते हुए राष्ट्रप्रेम की प्रेरणा दी।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों से गूंजा विद्यालय
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति गीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियां देकर कार्यक्रम को जीवंत बना दिया। एनसीसी और एनएसएस के विद्यार्थियों ने भी परेड और सांस्कृतिक गतिविधियों में विशेष योगदान दिया।
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हरदेव ठाकुर ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और बच्चों के उत्साह की प्रशंसा की। देशभक्ति गीतों की गूंज ने 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह को और भी भव्य बना दिया।
प्रधानाचार्य का प्रेरणादायक संबोधन
प्रधानाचार्य प्रीति तनवर ने कहा कि स्वतंत्रता हमारे पूर्वजों के बलिदानों की देन है। अब हमारी जिम्मेदारी है कि इस स्वतंत्र भारत को और अधिक सुरक्षित, शिक्षित और सशक्त बनाएं।
उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे समाज में नफरत नहीं, बल्कि प्रेम और सद्भाव का संदेश फैलाएं। उनका यह प्रेरक संदेश पूरे 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह का सार बन गया।
क्यों खास रहा 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह?
पूर्व सैनिकों की उपस्थिति: कार्यक्रम में देश की सेवा कर चुके वीरों ने युवाओं को प्रेरित किया।
सांस्कृतिक विविधता: गीत, नृत्य और परेड ने समारोह को ऐतिहासिक बना दिया।
विद्यार्थियों की भागीदारी: बच्चों ने पूरे उत्साह से कार्यक्रम को सफल बनाया।
देशभक्ति का माहौल: विद्यालय प्रांगण तिरंगे और नारों से गूंज उठा।
इन्हीं कारणों से 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह पूरे क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा स्रोत बना।
स्वतंत्रता दिवस और युवा पीढ़ी
स्वतंत्रता दिवस केवल एक पर्व नहीं, बल्कि यह उन बलिदानों को याद करने का दिन है जिनकी वजह से आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं।
79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह ने यह साबित किया कि जब युवा, शिक्षक और समाज एकजुट होते हैं तो राष्ट्र की प्रगति निश्चित होती है।
क्षेत्रवासियों का उत्साह
स्थानीय लोग और अभिभावक भी बड़ी संख्या में समारोह में शामिल हुए। सभी ने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना की और कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों में आत्मविश्वास और राष्ट्रप्रेम जगाते हैं।
79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह से क्षेत्र में सकारात्मक संदेश गया कि शिक्षा के साथ संस्कार भी समान रूप से आवश्यक हैं।
निष्कर्ष
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बनकला का 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह हर दृष्टि से प्रेरणादायक और यादगार रहा। यह आयोजन न केवल विद्यालय परिवार के लिए गर्व का क्षण था बल्कि समाज के लिए भी एक मजबूत संदेश था कि आज़ादी की रक्षा और राष्ट्र की प्रगति में हर नागरिक की भूमिका अहम है।
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