हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटना: गोहर में तबाही, 453 सड़कें बंद, बिजली-पानी व्यवस्था चरमराई
हिमाचल मौसम: भारी बारिश और बादल फटना से तबाही, गोहर में कई मकान जमींदोज, 453 सड़कें बंद
शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटना लगातार तबाही मचा रहे हैं। हिमाचल मौसम विभाग के अनुसार कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट के बीच नदी-नाले उफान पर हैं और भूस्खलन की घटनाएं तेज हो गई हैं। मंडी जिले के गोहर उपमंडल में रविवार देर रात बादल फटने (Cloudburst in Himachal) से भारी नुकसान हुआ।
गोहर के लोट गांव में दो मकान पूरी तरह जमींदोज हो गए, जबकि कई अन्य को आंशिक क्षति पहुंची। बादल फटने के बाद ग्रामीणों ने पूरी रात दहशत में घरों के बाहर गुजारी। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं।
गोहर और सराज क्षेत्र में तबाही
गोहर के पास स्थित जहल गांव में पेड़ गिरने से रीनू देवी (पत्नी कश्मीर सिंह) गंभीर रूप से घायल हो गईं। गांव तक सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण घायल महिला को अस्पताल पहुंचाने में प्रशासन को कठिनाई हुई।
सराज क्षेत्र का परवाड़ा गांव भी भारी बारिश और मलबा आने से प्रभावित हुआ। यहां तीन मकान पूरी तरह बह गए। हालांकि, राहत की बात रही कि सभी लोग समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए। एसडीएम गोहर बचित्र सिंह ने बताया कि नुकसान का आकलन जारी है और प्रभावित परिवारों को तात्कालिक राहत दी जा रही है।
हिमाचल मौसम अलर्ट: सड़कें और बिजली-पानी की आपूर्ति बाधित
मौसम विभाग के मुताबिक, हिमाचल में भारी बारिश के चलते मंगलवार सुबह 10:00 बजे तक चार नेशनल हाईवे सहित 453 सड़कें बंद रहीं।
753 बिजली ट्रांसफार्मर ठप
276 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित
सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिले में हुआ है, जहां
318 सड़कें
657 बिजली ट्रांसफार्मर
86 पेयजल योजनाएं बंद हैं।
कुल्लू में 67 सड़कें और कांगड़ा जिले में 120 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं। राजधानी शिमला में भी भारी बारिश जारी है।
हिमाचल में बारिश का कहर जारी
हिमाचल मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक भारी बारिश और भूस्खलन की संभावना जताई है। यात्रियों और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम की अपडेट लगातार लेने की सलाह दी गई है।
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