हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर: ऊना में रिकॉर्ड 251 मिमी, सैकड़ों सड़कें बंद, मकान क्षतिग्रस्त
ऊना/शिमला: हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। मौसम विभाग के यलो अलर्ट के बीच शनिवार को प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हुई। ऊना में 6 घंटे में रिकॉर्ड 220 मिमी और 24 घंटे में 251 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे पहले 1988 में ऊना में एक दिन में 198 मिमी बारिश का रिकॉर्ड था।
भारी बारिश के चलते चंडीगढ़-धर्मशाला नेशनल हाईवे, ऊना शहर और आसपास के इलाकों में तीन-चार फीट तक जलभराव हो गया। रक्कड़, फेंड्रज और डीआईसी कॉलोनी में 36 घरों और दुकानों में पानी व मलबा घुस गया। ट्रैक पर मलबा गिरने से ट्रेनें नंगल से वापस लौट गईं।
प्रदेश में भूस्खलन और पानी भरने से 403 सड़कें बंद, 411 ट्रांसफार्मर और 196 पेयजल योजनाएं ठप हो गईं। कांगड़ा में 2 और बिलासपुर में 3 मकान पूरी तरह ढह गए, जबकि कई गोशालाओं को भी नुकसान पहुंचा। कांगड़ा और कुल्लू की हवाई उड़ानें रद्द कर दी गईं।
कुल्लू, चंबा और सिरमौर में भी मूसलाधार बारिश ने तबाही मचाई। पंडोगा पुल धंस गया और होली खड्ड व पेखुबेला खड्ड पर बने पुलों के ऊपर से पानी बह गया। लाहौल-स्पीति में गुरधार नाला पर बना स्टील पुल क्षतिग्रस्त हो गया।
मनाली-लेह हाईवे, चंबा-पठानकोट रोड और आनी-कुल्लू एनएच भी कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण बाधित रहे। पौंग बांध का जलस्तर बढ़ने पर बीबीएमबी प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
प्रशासन ने खतरे वाले इलाकों के सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर टेंटों में शिफ्ट किया है।
लोगों को सतर्क रहने और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
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