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एसडीएम शाश्वत सांगवान ने नगर पालिका सचिव के साथ किया नारायणगढ़ में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण, लोगों से स्वच्छता में सहयोग की अपील
समाचार विस्तार :
नारायणगढ़, 14 मई।
स्वच्छ और स्वस्थ नारायणगढ़ की दिशा में एक अहम पहल करते हुए एसडीएम शाश्वत सांगवान ने आज नगर पालिका सचिव मोहित कुमार के साथ शहर की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विशेष रूप से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन प्रणाली की समीक्षा की और सफाई में लगे कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कोई भी गली या मोहल्ला कचरे से अछूता न रहे।
एसडीएम ने संबंधित ठेकेदार को सख्त हिदायत दी कि हर घर तक कूड़ा कलेक्शन की पहुंच सुनिश्चित की जाए और नियमित रूप से हर गली से कूड़ा उठाया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्वच्छता प्रशासन की प्राथमिकता है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। तय मानकों के अनुसार काम न करने वाले ठेकेदारों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
नागरिकों से स्वच्छता में भागीदारी की अपील
एसडीएम शाश्वत सांगवान ने आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे खुले में कचरा न डालें और केवल नगर पालिका की डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण गाड़ी में ही कचरा दें। उन्होंने कहा, “स्वच्छता केवल नगर पालिका की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह हर नागरिक का नैतिक कर्तव्य है।” उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे मिलकर स्वच्छ और स्वस्थ नारायणगढ़ बनाने में सहयोग करें।
खुले में कचरा फेंकने पर लगेगा जुर्माना
नगरपालिका सचिव मोहित कुमार ने भी इस अवसर पर चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति खुले में कचरा फेंकता पाया गया तो 2000 रुपये का चालान किया जाएगा। उन्होंने लोगों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करें और उसके स्थान पर कपड़े, कागज या जूट के बैग का प्रयोग करें।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई व्यक्ति या संस्था सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करता पाया गया तो नियमानुसार जुर्माना लगाया जाएगा। नगरपालिका द्वारा हाल ही में सिंगल यूज प्लास्टिक उपयोग के 5 चालान भी किए जा चुके हैं।
स्वच्छता को जनआंदोलन बनाने की तैयारी
नगर प्रशासन की यह मुहिम स्वच्छ भारत अभियान के अनुरूप है और इसका उद्देश्य न केवल साफ-सुथरा शहर बनाना है, बल्कि लोगों को जागरूक कर इसे जन आंदोलन का रूप देना है। प्रशासन का कहना है कि जनसहभागिता से ही नारायणगढ़ को स्वच्छ, सुंदर और रहने लायक बनाया जा सकता है।
