पाकिस्तान हमले की कोशिश के बाद हिमाचल में हाई अलर्ट, सभी विभाग सतर्क; ड्रोन और मिसाइल मलबे की पुष्टि
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शिमला। देश के विभिन्न शहरों पर पाकिस्तान की ओर से किए गए हमले की कोशिश के बाद हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर कदम उठाए गए हैं। राज्य सरकार ने पर्यटन स्थलों, शक्तिपीठों, जल विद्युत परियोजनाओं और सीमावर्ती इलाकों में विशेष सुरक्षा इंतजाम किए हैं। सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके।
राज्य सरकार ने एहतियातन पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग (PWD) और अन्य आपातकालीन सेवाओं से जुड़े कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। पीडब्ल्यूडी मुख्यालय से आदेश जारी किए गए हैं कि सभी कर्मचारी अपने तैनाती स्थलों पर ही बने रहें और अगले आदेश तक मुख्यालय न छोड़ें। यदि किसी कर्मचारी की छुट्टी पहले स्वीकृत भी हुई है, तो वह तब तक रद्द मानी जाएगी जब तक कि उसे सक्षम प्राधिकारी द्वारा पुनः स्वीकृत न किया जाए। यह कदम राज्य में आपातकालीन स्थिति से निपटने की तैयारियों के तहत उठाया गया है।
शनिवार दोपहर करीब एक बजे मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सचिवालय में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि हिमाचल सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने यह भी पुष्टि की है कि राज्य के कुछ क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइल के मलबे मिले हैं, जो सुरक्षा के लिहाज से चिंता का विषय है। उन्होंने प्रदेशवासियों से संयम बनाए रखने और किसी भी अफवाह से बचने की अपील की है। साथ ही आश्वासन दिया है कि सरकार राज्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है।
