सिरमौर में टीबी उन्मूलन के लिए हर पंचायत में बनेगी समिति, निक्षय मित्र बढ़ाने पर जोर
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नाहन, 17 अप्रैल – जिला टीबी फोरम एवं जिला क्षय रोग उन्मूलन समिति की महत्वपूर्ण बैठक आज सिरमौर के उपायुक्त कार्यालय सभागार में उपायुक्त सुमित खिम्टा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जिले को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में ठोस रणनीति पर चर्चा की गई तथा आगामी कार्य योजनाओं पर अमल के निर्देश जारी किए गए।
उपायुक्त ने जिले की समस्त ग्राम पंचायतों से आह्वान किया कि वे टीबी उन्मूलन के प्रयासों में सक्रिय भागीदारी निभाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि हर पंचायत में टीबी फोरम समितियों का गठन किया जाए, जिसमें उप-प्रधान अध्यक्ष होंगे, मेडिकल अधिकारी सदस्य सचिव की भूमिका निभाएंगे तथा आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं पंचायत सदस्य समिति के सक्रिय सदस्य होंगे।
इन समितियों का मुख्य कार्य क्षेत्र में टीबी के लक्षण वाले रोगियों की पहचान करना, उन्हें सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति जागरूक करना और आवश्यक पोषण सहायता पहुंचाना होगा। इसके अतिरिक्त, यह भी निर्देश दिया गया कि ग्राम सभा की हर बैठक में टीबी उन्मूलन को एजेंडा के रूप में अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए।
उपायुक्त ने टीबी रोगियों के सहायतार्थ निक्षय मित्रों की संख्या बढ़ाने पर बल दिया, जो मरीजों को गोद लेकर उन्हें पौष्टिक आहार और अन्य जरूरी सुविधाएं प्रदान करते हैं। उन्होंने जानकारी दी कि सिरमौर जिले में अब तक 55 निक्षय मित्रों ने टीबी मरीजों को गोद लिया है।
इस अवसर पर, मेसर्स तिरुपति मेडिकेयर लिमिटेड, पांवटा द्वारा जिले के सभी टीबी मरीजों को प्रोटीन पाउडर वितरित किए जाने की सराहना की गई।
उपायुक्त ने यह भी घोषणा की कि जो पंचायतें लगातार तीन वर्षों तक टीबी मुक्त रहेंगी, उन्हें “गोल्ड मेडल” से सम्मानित किया जाएगा। साथ ही, इस वर्ष 20 पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित करते हुए उन्हें “सिल्वर मेडल” से नवाजा जाएगा।
बैठक में एक पूर्व टीबी मरीज “टीबी चैंपियन” ने अपना अनुभव साझा कर अन्य मरीजों को प्रेरित किया। बैठक का संचालन जिला टीबी अधिकारी निसार अहमद द्वारा किया गया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, आशा कार्यकर्ता और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
