फसल अवशेष प्रबंधन पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन, प्राचार्या डॉ. उमेश भारती बोलीं – “पर्यावरण संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी”
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शहजादपुर, 16 अप्रैल।
राजकीय महिला महाविद्यालय, शहजादपुर में एक विशेष जागरूकता व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसका विषय था “फसल अवशेष प्रबंधन और उसका पर्यावरण पर प्रभाव”। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के इको क्लब और कृषि विभाग, शहजादपुर के संयुक्त प्रयास से संपन्न हुआ। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से कृषि विभाग के अधिकारी धर्मवीर और मनजीत कौर ने हिस्सा लिया और छात्राओं के साथ-साथ स्थानीय समुदाय को फसल अवशेष जलाने से होने वाले नुकसान और इसके वैकल्पिक समाधानों के बारे में जागरूक किया।
अधिकारियों ने अपने व्याख्यान में बताया कि पराली जलाने से न केवल वायु प्रदूषण बढ़ता है, बल्कि यह स्मॉग की स्थिति उत्पन्न कर शहरों में साँस लेने योग्य हवा को भी दूषित करता है। इससे मनुष्यों की स्वास्थ्य समस्याएँ बढ़ती हैं और मिट्टी की उर्वरता पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि सुपर सीडर, हैप्पी सीडर जैसी तकनीकें और बायोमास ऊर्जा उत्पादन जैसे उपायों को अपनाकर पराली प्रबंधन किया जा सकता है।
उन्होंने किसानों को सरकार द्वारा दी जा रही प्रोत्साहन योजनाओं की जानकारी भी साझा की, जिससे किसान पराली न जलाकर पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकें।
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. उमेश भारती ने अपने उद्बोधन में कहा,
“पर्यावरण संरक्षण केवल किसानों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज की साझी जिम्मेदारी है। फसलों के अवशेष जलाने से होने वाला प्रदूषण एक गंभीर पर्यावरणीय और सामाजिक समस्या है। हमें इसे मिलकर हल करना होगा।”
डॉ. भारती ने छात्राओं से आह्वान किया कि वे इस जागरूकता को अपने-अपने समुदायों तक पहुँचाएं ताकि अधिक से अधिक लोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग बनें। उन्होंने भविष्य में भी ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इको क्लब के संयोजक डॉ. राजकुमार ने सभी वक्ताओं और उपस्थित जनों का आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम के अंतर्गत भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य पर्यावरणीय विषयों पर छात्रों की जानकारी को परखना और उन्हें प्रोत्साहित करना था। प्रतियोगिता में बीएससी तृतीय वर्ष की कणिका, प्रथम वर्ष की मनविन्द्र कौर और तृतीय वर्ष की शानु की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
वहीं बीएससी द्वितीय वर्ष की शिवानी, स्नेहा और काजल की टीम दूसरे स्थान पर रही, तथा बीएससी तृतीय वर्ष की मीनाक्षी, द्वितीय वर्ष की पलक और प्रथम वर्ष की शालिनी की टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया।
इस प्रतियोगिता का संचालन डॉ. राजकुमारी और डॉ. सोनिया के मार्गदर्शन में किया गया। विजेता टीमों को प्राचार्या डॉ. उमेश भारती द्वारा नकद पुरस्कार और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया।