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त्रिलोकपुर शक्तिपीठ में भक्तों के लिए भंडारों का आयोजन, श्रद्धालुओं को नवरात्रों में मिल रहा अन्नदान का प्रसाद

त्रिलोकपुर नवरात्रि मेले में श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क भंडारे, अग्रवाल धर्मशाला में रोज़ाना प्रसाद वितरण जारी

समाचार विस्तार

कालाअंब (सिरमौर): उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ त्रिलोकपुर में चल रहे चैत्र मास नवरात्रि मेले में हजारों श्रद्धालु माता बाला सुंदरी के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। श्रद्धा और भक्ति के इस माहौल में विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाएं नि:शुल्क भंडारों का आयोजन कर रही हैं, जिससे भक्तों को प्रसाद ग्रहण करने का अवसर मिल रहा है।

इसी क्रम में अग्रवाल धर्मशाला त्रिलोकपुर में हर वर्ष की भांति इस बार भी संस्था की ओर से प्रतिदिन भंडारे की सेवा दी जा रही है। संस्था के अध्यक्ष एवं कालाअंब के उद्यमी संजय सिंगला ने बताया कि माता बाला सुंदरी की कृपा और भक्तों की सेवा भावना से यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। संस्था का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि माता के दरबार में आने वाला कोई भी भक्त भूखा न लौटे।

श्रद्धालुओं के लिए भंडारा सेवा उपलब्ध

नवरात्रों के दौरान देशभर से हजारों भक्त माता बाला सुंदरी के दर्शन के लिए त्रिलोकपुर आते हैं। उनके लिए नि:शुल्क भोजन सेवा का आयोजन मंदिर परिसर के आसपास कई जगहों पर किया जाता है। इसमें अग्रवाल धर्मशाला की ओर से विशेष योगदान दिया जा रहा है। संस्था के सदस्यों एवं सेवा भावी लोगों द्वारा प्रतिदिन भक्तों के लिए भोजन तैयार किया जाता है, जिसे श्रद्धालु प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं।

भंडारा करवाने के लिए श्रद्धालु कर सकते हैं संपर्क

संस्था के अध्यक्ष संजय सिंगला ने जानकारी दी कि माता की कृपा से यह सेवा सिर्फ नवरात्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि अन्य दिनों में भी श्रद्धालुओं की सेवा के लिए भंडारे आयोजित किए जाते हैं। यदि कोई भक्त परिवार अपने किसी शुभ अवसर पर भंडारा करवाना चाहता है, तो वह संस्था से संपर्क कर सकता है। इसके लिए निम्नलिखित मोबाइल नंबर पर संपर्क किया जा सकता है:

📞 मोबाइल नंबर: 9254124143, 7009029954

श्रद्धा और भक्ति का अनूठा संगम

त्रिलोकपुर शक्तिपीठ में नवरात्रों के दौरान न सिर्फ माता बाला सुंदरी की भव्य पूजा-अर्चना होती है, बल्कि श्रद्धालुओं की सेवा के लिए विभिन्न संस्थाएं मिलकर भंडारों का आयोजन भी करती हैं। यह धार्मिक आयोजन अन्नदान और सेवा भावना की मिसाल प्रस्तुत करता है, जिससे हजारों श्रद्धालुओं को भोजन एवं प्रसाद प्राप्त हो रहा है।

भक्तों की अपार श्रद्धा और संगठनों की सेवा भावना के चलते त्रिलोकपुर का यह नवरात्रि मेला आध्यात्मिक आस्था और परोपकार का प्रतीक बन गया है।