राजकीय महाविद्यालय नारायणगढ़ में महिला सशक्तिकरण पर व्याख्यान, खेलों की भूमिका पर हुई चर्चा
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नारायणगढ़, 31 मार्च। राजकीय महाविद्यालय नारायणगढ़ में प्राचार्या डॉ. ख़ुशीला के मार्गदर्शन और कार्यकारी प्राचार्य डॉ. देवेंद्र धींगड़ा की अध्यक्षता में महिला प्रकोष्ठ, इतिहास विभाग और स्पोर्ट्स कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में महिला सशक्तिकरण और शिक्षा पर विस्तार व्याख्यानों का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर डॉ. पुष्पा, अध्यक्ष हिंदी विभाग एवं डीन कला संकाय, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र, और महेश जेटली, खेल निदेशक, रयात बाहरा विश्वविद्यालय, चंडीगढ़, शामिल रहे। डॉ. पुष्पा ने “साहित्य के इतिहास का समाज को योगदान” और “महिला शिक्षा का महत्व” विषय पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण है, जो सामाजिक मूल्यों और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है। उन्होंने महिला शिक्षा को समाज के सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण आधार बताया।
महेश जेटली ने “महिला सशक्तिकरण पर खेलों का प्रभाव” विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि खेल न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि मानसिक विकास और आत्मविश्वास को भी प्रोत्साहित करते हैं। खेलों में भागीदारी महिलाओं को नेतृत्व क्षमता और टीम वर्क जैसे गुणों का विकास करने का अवसर प्रदान करती है।
प्राचार्य डॉ. ख़ुशीला ने मुख्य वक्ताओं का स्वागत किया और अपने संबोधन में कहा कि नारी शिक्षा महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाती है। उन्होंने छात्राओं को खेलों में अधिक भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के अंत में महिला प्रकोष्ठ द्वारा “बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट” प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें प्रथम स्थान पर पूजा, द्वितीय स्थान पर मुस्कान और तृतीय स्थान पर हिमांशु (बीए द्वितीय वर्ष) रहे। विजेताओं को नगद पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
महिला प्रकोष्ठ की इंचार्ज प्रोफेसर रेनू कुमारी ने मंच संचालन किया, जबकि इतिहास विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संजीव कुमार और प्रोफेसर सुभाष कुमार ने मुख्य वक्ताओं का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में प्रोफेसर नरेश कुमार, प्रोफेसर मृदुल, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. बलदेव, प्रो. प्रवीन कुमार, प्रो. इंदु धीमान, प्रो. सपना सैनी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
