राष्ट्रीय राजधानी में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी किन्नर गिरफ्तार, किन्नर बन भीख मांगने का आरोप
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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में अवैध रूप से रह रहे छह बांग्लादेशी नागरिकों को उत्तर पश्चिम जिला पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी किन्नर बनकर सड़कों पर भीख मांगते थे। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी के बाद मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मोहम्मद जकरिया माइना खान, सुहाना खाना उर्फ सौरभ, अखी सरकार, मोहम्मद बोइजेद खान उर्फ पाखी, मोहम्मद राणा और जानी हुसैन उर्फ जिमी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, ये सभी बांग्लादेश के बरगुना, गाजीपुर और नौगांव जिलों के रहने वाले हैं।
बड़ा सवाल: कैसे पहुंचे भारत?
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे एजेंटों की मदद से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए। भारत आने के बाद उन्होंने ट्रेन के माध्यम से दिल्ली का रुख किया और जहांगीपुरी इलाके में रहने लगे। यहां वे किन्नर बनकर भीख मांगते थे और स्थानीय लोगों को धोखा देते थे।
प्रयोग करते थे प्रतिबंधित एप
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सिंकदर सिंह ने बताया कि जांच के दौरान आरोपियों के मोबाइल फोन में एक प्रतिबंधित एप मिला, जिसका इस्तेमाल वे बांग्लादेश में अपने स्वजनों से बात करने के लिए करते थे। एप के माध्यम से वे गोपनीय रूप से संपर्क बनाए रखते थे।
निर्वासन की तैयारी
फिलहाल, गिरफ्तार किए गए आरोपियों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए एफआरआरओ (विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय) को सौंप दिया गया है। जल्द ही इन्हें निर्वासित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
गृह मंत्री का बयान
दिल्ली सरकार के गृह मंत्री अशीष सूद ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि राजधानी में किसी भी अवैध घुसपैठिए को रहने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “दिल्ली पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। लामपुर स्थित डिटेंशन सेंटर को भी जल्द ही सरकार अपने कब्जे में लेगी। इसके अलावा, अवैध घुसपैठियों को शरण देने वालों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”