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पंजाब में एचआरटीसी बसों पर फिर हमला, अमृतसर में शीशे तोड़े, आपत्तिजनक नारे लिखे

एचआरटीसी बसों पर हमला: अमृतसर में चार बसें क्षतिग्रस्त, कर्मचारियों ने मांगी सुरक्षा

एचआरटीसी बसें फिर निशाने पर, तोड़े गए शीशे, लिखे आपत्तिजनक नारे

समाचार विस्तार :

चंडीगढ़ : पंजाब में हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बसों पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा घटना में अमृतसर बस स्टैंड पर खड़ी चार बसों के शीशे तोड़ दिए गए और पेंट से आपत्तिजनक नारे लिखे गए। यह वारदात बीती रात अज्ञात लोगों द्वारा अंजाम दी गई, जिससे एचआरटीसी के चालकों, परिचालकों और यात्रियों में दहशत का माहौल है।

एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक डॉ. निपुण जिंदल ने पुष्टि की कि इस घटना में अमृतसर-बिलासपुर, अमृतसर-सुजानपुर, अमृतसर-जवाला जी और अमृतसर-हमीरपुर रूट पर चलने वाली बसें क्षतिग्रस्त हुई हैं। इनमें से तीन बसों के सामने के शीशे तोड़े गए, जबकि सभी पर अपमानजनक नारे लिखे गए हैं। मामले को लेकर अमृतसर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है और जांच शुरू कर दी गई है।

💥यूनियन ने उठाई सुरक्षा की मांग
एचआरटीसी कर्मचारियों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए बसों की सुरक्षा की मांग की है। यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि ऐसी घटनाएं जारी रहीं तो निगम पंजाब के लिए बस सेवा को फिर से रोकने पर विचार कर सकता है।

💥पिछली घटना के बाद भी जारी हमले
गौरतलब है कि हाल ही में खरड़ में भी एचआरटीसी की बसों पर हमला किया गया था। इसके बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से फोन पर बात कर बसों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया था। भगवंत मान ने सुरक्षा देने का आश्वासन भी दिया था, लेकिन इसके बावजूद दोबारा ऐसी घटना सामने आना गंभीर चिंता का विषय है।

💥यात्रियों में दहशत का माहौल
लगातार हो रही इन घटनाओं से एचआरटीसी के चालक-परिचालक और यात्री सहमे हुए हैं। यात्रियों का कहना है कि यात्रा के दौरान असुरक्षा का माहौल बन गया है। हिमाचल और पंजाब के बीच बस सेवा बाधित होने की स्थिति में यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

💥प्रशासन की कार्रवाई का इंतजार
अमृतसर पुलिस ने मामले में सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही दोषियों को पकड़ने का आश्वासन दिया है। वहीं, एचआरटीसी प्रबंधन ने पंजाब सरकार से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।