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हिमाचल में विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई: ऊना में जिला श्रम अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

ऊना में 10,000 रुपये रिश्वत लेते पकड़े गए जिला श्रम अधिकारी, विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथों दबोचा

समाचार विस्तार :

ऊना: हिमाचल प्रदेश स्टेट विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो ने ऊना में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। विजिलेंस ने जिला श्रम अधिकारी रणवीर सिंह ढटवालिया को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र के एक लेबर ठेकेदार की शिकायत पर की गई।

💥 यूँ हुआ भंडाफोड़
शिकायतकर्ता रजत कुमार, जो टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र में एक लेबर ठेकेदार है, ने विजिलेंस को बताया कि उसका लेबर लाइसेंस रिन्यू करने के एवज में जिला श्रम अधिकारी ने 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायत के आधार पर विजिलेंस ने योजना बनाई और शिकायतकर्ता को श्रम अधिकारी के पास भेजा। जैसे ही अधिकारी ने रिश्वत की रकम हाथ में ली, विजिलेंस की टीम ने तुरंत कार्यालय में छापेमारी कर उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

💥 पहले भी लग चुके हैं भ्रष्टाचार के आरोप
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब रणवीर सिंह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। 2 फरवरी 2022 को भी उन पर 26,000 रुपये की रिश्वत लेने का मामला दर्ज किया गया था। तब उन्होंने हिमाचल प्रदेश दुकानों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान अधिनियम, 1969 के तहत रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जारी करने के बदले रिश्वत की मांग की थी।

💥 आगे की जांच जारी
डीएसपी विजिलेंस एवं एंटी करप्शन ब्यूरो फिरोज खान ने बताया कि आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है। विजिलेंस टीम आरोपी के बैंक खातों, संपत्तियों और अन्य ठिकानों की जांच कर रही है। साथ ही, यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या आरोपी ने अन्य मामलों में भी अवैध रूप से धन उगाही की है।

इस कार्रवाई से ऊना के प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। विजिलेंस ब्यूरो ने संकेत दिए हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ इस तरह की सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।