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ऊना: दीयोली गांव में बेंचों की सीटें रहस्यमय तरीके से गायब—सच्चाई जानकर चौंक गए लोग!

"गालियां बंद करो, नजरिया बदलो"—रेन शेल्टर से बेंचों की सीटें हटाने के पीछे निकला अनोखा कारण!

“गालियां बंद करो, नजरिया बदलो”—रेन शेल्टर से बेंचों की सीटें हटाने के पीछे निकला अनोखा कारण

ऊना। जिले के दीयोली गांव में एक अनोखा मामला सामने आया, जिसने पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना दिया। गांव के पंचायत घर के सामने बने रेन शेल्टर में लगे सीमेंट और कंक्रीट से बने बेंचों की सीटें बीते रविवार की रात अचानक गायब हो गईं। यह घटना गांव में रहस्य बन गई थी और सभी इसे चोरी का मामला मान रहे थे। लेकिन एक सप्ताह बाद, रविवार को एक चौंकाने वाला मोड़ आया, जब रेन शेल्टर में टाइप किए हुए पर्चे चिपकाए गए, जिनमें बेंचों को हटाने की असली वजह सामने आई।

👉 पर्चे में लिखी गई यह चौंकाने वाली बात
इन पर्चों में लिखा था—

“आप सबके घर में मां, बहन, बहुएं और बेटियां हैं। यहां बैठकर मां-बहन की गालियां देना आपको शोभा नहीं देता। बेंचों की सीटें चोरी नहीं हुई हैं, वे बिल्कुल सुरक्षित हैं और हमारे पास हैं। हम आपका आदर करते हैं, बस आप अपना नजरिया बदलें।”

यह संदेश सामने आते ही गांव में खलबली मच गई और पूरी घटना की सच्चाई उजागर हो गई।

👉 युवाओं ने खुद उठाया कदम, पंचायत भी समर्थन में आई
बताया जा रहा है कि गांव के ही कुछ युवकों ने इस कदम को अंजाम दिया, क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि सार्वजनिक स्थलों पर लोग बैठकर अशोभनीय भाषा का प्रयोग करें, खासकर महिलाओं के खिलाफ। इस कदम को लेकर पंचायत में भी गरमा-गरम बहस शुरू हो गई। लेकिन अब पंचायत भी इस विचार से सहमत है कि सार्वजनिक स्थलों पर अभद्र भाषा और महिलाओं को परेशान करना गलत है और इस पर सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

👉 पंचायत की सख्त चेतावनी
ग्राम पंचायत प्रधान पूर्ण सिंह ने कहा, “इस मामले की शिकायत पंचायत में पहले की जानी चाहिए थी, लेकिन अब जब यह सामने आया है, तो यहां बैठने वालों को सभ्य व्यवहार करने की सख्त हिदायत दी जाएगी।”

अब यह मामला पूरे गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग इस पहल पर अलग-अलग राय रख रहे हैं। कुछ इसे सही ठहरा रहे हैं, तो कुछ इसे कानून अपने हाथ में लेने जैसा बता रहे हैं। लेकिन एक बात स्पष्ट है—इस घटना ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि सार्वजनिक स्थानों पर कैसा व्यवहार किया जाना चाहिए।