हेपेटाइटिस-A से ग्रस्त होने के बाद दिल्ली आर्मी हॉस्पिटल में हुआ निधन, सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई
नारायणगढ़ (अंबाला)। सिरमौर जिले की नाहन तहसील के पालियों पंचायत के गुमटी गांव के रहने वाले वीर सपूत लांस नायक (ऑपरेटर) धर्मेंद्र का दिल्ली कैंट स्थित आर्मी हॉस्पिटल (R&R) में बीती रात दुखद निधन हो गया। धर्मेंद्र भारतीय सेना की 28 राष्ट्रीय राइफल्स (RR) बटालियन में तैनात थे और 30 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह पिछले 10 साल 5 महीनों से भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहे थे।
👉 छुट्टी के दौरान बिगड़ी तबीयत, लीवर प्रभावित होने से हुआ निधन
धर्मेंद्र को 3 फरवरी से 28 फरवरी तक पर्सनल आकस्मिक अवकाश (PAL) और फिर 3 मार्च से 17 मार्च तक पितृत्व अवकाश मिला था। इस दौरान 11 मार्च को उन्हें पीलिया की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें कमांड अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच में वह हेपेटाइटिस-A से ग्रस्त पाए गए, जिससे उनका लीवर गंभीर रूप से प्रभावित हो गया। हालत बिगड़ने पर 13 मार्च की सुबह उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली कैंट स्थित आर्मी हॉस्पिटल (R&R) में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें आईसीयू में रखा गया और डायलिसिस दिया गया। हालांकि, इलाज के दौरान रात को उन्हें दिल का दौरा पड़ा और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
👉 सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई, परिजनों व स्थानीय लोगों ने दी श्रद्धांजलि
शनिवार सुबह दिल्ली स्थित केआरआर अस्पताल में धर्मेंद्र के पार्थिव शरीर का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद उनके शव को हरियाणा के नारायणगढ़ लाया गया, जहां उनका परिवार स्थायी रूप से निवास करता है।
वीर जवान को फर्स्ट पैरा बटालियन की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। सैनिक कल्याण बोर्ड के उपनिदेशक मेजर दीपक धवन ने अंतिम संस्कार में शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन और बड़ी संख्या में लोग धर्मेंद्र की अंतिम यात्रा में शामिल हुए और नम आंखों से अपने इस वीर सपूत को अंतिम विदाई दी।
धर्मेंद्र का निधन उनके परिवार, गांव और पूरे क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी देशभक्ति और बलिदान को सदैव याद किया जाएगा।
