सिरमौर में अवैध खनन बेलगाम, स्टाफ की कमी से खनन विभाग बेबस
स्टाफ की कमी के चलते सिरमौर में अवैध खनन पर नहीं लग पा रही रोक
कालाअंब (सिरमौर)। सिरमौर जिले में अवैध खनन का कारोबार तेजी से बढ़ता जा रहा है, लेकिन खनन विभाग में स्टाफ की कमी के चलते इस पर प्रभावी रोक लगाना चुनौती बना हुआ है। खासकर, हरियाणा की सीमा से सटे इलाकों में खनन माफिया सक्रिय हैं और रात के अंधेरे में रेत, बजरी और पत्थर अवैध रूप से निकालकर बाहर भेज रहे हैं।
👉 खनन माफिया के हौसले बुलंद, पुलिस और वन विभाग पर अतिरिक्त दबाव
सिरमौर जिले के पांवटा साहिब, कालाअंब, यमुना, गिरि, टोंस, रून और मारकंडा नदी में लगातार अवैध खनन हो रहा है। सीमित संसाधनों और स्टाफ की कमी के चलते खनन विभाग कार्रवाई में असमर्थ नजर आ रहा है। हालांकि, पुलिस और वन विभाग ने कई बार छापेमारी कर वाहनों को जब्त किया और भारी जुर्माना भी वसूला, लेकिन यह समस्या का स्थायी समाधान नहीं बन पा रहा।
👉 सीमावर्ती इलाकों में बढ़ रही चुनौतियाँ
जिला खनन अधिकारी कुलभूषण ने बताया कि सिरमौर का अधिकांश हिस्सा सीमावर्ती है, जो खनन के लिहाज से अति संवेदनशील माना जाता है। विभाग में स्टाफ की भारी कमी के चलते अवैध खनन रोकने में कठिनाई हो रही है।
👉 कालाअंब, पालियों और माजरी में बढ़ा अवैध खनन
औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब, पालियों, माजरी, चूड़न और हरियाणा से सटे अन्य क्षेत्रों में खनन माफिया बेखौफ होकर अवैध खनन कर रहे हैं। फिलहाल, इस पर अधिकतर कार्रवाई पुलिस विभाग ही कर रहा है, जिससे अन्य विभागों पर अतिरिक्त कार्यभार बढ़ गया है।