दैनिक जनवार्ता नेटवर्क
शिमला। राजधानी शिमला में समाज कल्याण विभाग की ओर से सोमवार को जिला और तहसील कल्याण अधिकारियों की बैठक बुलाई गई। बैठक में रेडक्रॉस या अन्य गैर सरकारी संगठनों की सहायता से प्रदेश में नशा निवारण केंद्रों की स्थापना पर चर्चा की गई।
इस दौरान विभाग की निदेशक किरण भड़ाना ने विभागीय अधिकारियों को ऐसे संगठन चिन्हित करने के निर्देश दिए और नशे की रोकथाम के लिए नियुक्त अधिकारियों को लापरवाही न बरतने को भी कहा।
बहरहाल, नोडल विभाग होने के कारण सभी अधिकारियों को नशे के खिलाफ गंभीरता से कार्य करने के आदेश दिए गए। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा उन्होंने सभी जिला कल्याण अधिकारियों को जिलों में नशा निवारण केंद्र खोलने के लिए रेडक्रॉस सोसाइटी या गैर सरकारी सामाजिक संगठन चिन्हित करके भारत सरकार को प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए।
राज्य में बढ़ते नशे और चिट्टे के बढ़ते मामलों में सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की संलिप्तता उजागर होने के बाद विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए सभी अधिकारियों को अपने दायित्व और समाज के प्रति समर्पण भाव से कार्य करने की हिदायत दी है।