दैनिक जनवार्ता
शिमला। प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है जो गेंहू और मक्की का सबसे ज्यादा समर्थन मूल्य दे रहा है। अब प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक खेती से उत्पन्न मक्की का आटा हिमभोग ब्रांड के साथ बाजार में उतारने का निर्णय लिया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्राकृतिक खेती से उपजी मक्की के आटे को सरकार हिमभोग ब्रांड से बाजार में उपलब्ध कराएगी। जल्द ही इस ब्रांड को शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक प्राकृतिक खेती कर रहे प्रदेश के लगभग डेढ़ हजार किसानों से 4000 क्विंटल से अधिक मक्की खरीदी जा चुकी है। ये खरीद प्रदेश के दस जिलों के किसानों से की गई है। इनमें मंडी जिला से 650 क्विंटल, चम्बा से 810 क्विंटल और सोलन से सबसे ज्यादा 1140 क्विंटल मक्की खरीदी गई है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों से गेंहू 40 रूपये प्रतिकिलो और मक्की 30 रूपये प्रतिकिलो से खरीदी जा रही है। प्रदेश में लगभग दो लाख किसान 35 हजार हेक्टेयर भूमि पर खेती कर रहे हैं। इस वर्ष 36 हजार और किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़े जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा सरकार प्राकृतिक खेती उत्पादन के लिए 10 मंडियों को विकसित कर रही है ताकि किसानों को किसी तरह की कठिनाई का सामना ना करना पड़े।
HP News : प्रदेश के लोग जल्द चखेंगे प्राकृतिक खेती से उपजी मक्की के आटे का स्वाद, हिमभोग ब्रांड के नाम से बाजार में उतारेगी सरकार
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