दैनिक जनवार्ता
कालाअंब (सिरमौर)। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनज़र दिल्ली सरकार ने ग्राप – 4 लागू कर दिया है। जिसके तहत दिल्ली में बीएस-3 और बीएस-4 केटेगरी के भारी वाहनों का प्रवेश बंद किया गया है। इसका व्यापक प्रभाव जिला सिरमौर के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब पर पड़ रहा है। उद्यमियों के मुताबिक दिल्ली से कालाअंब की औद्योगिक इकाईयों में कच्चे माल के साथ साथ अन्य सामान की आपूर्ति भी की जाती है। जिसमें पैकिंग मटेरियल, लोहा-स्टील, मशीनरी पार्ट्स, नट-बोल्ट, केमिकल इत्यादि दिल्ली से आयात किये जाते हैं।लेकिन बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबन्ध लगने से अब इन वस्तुओं के आयात पर असर पड़ रहा है। औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब से दिल्ली प्रतिदिन 150 से ज्यादा छोटे बड़े वाहन आवाजाही करते हैं। लेकिन दिल्ली में इनके प्रवेश पर प्रतिबन्ध लगने से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है।इस पर स्थानीय ट्रांसपोर्टरों ने भारी चिंता जताई है। उद्यमियों में लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष विकास बंसल, संजय सिंगला, मनोज गर्ग, नितिन अग्रवाल, लोहा इस्पात उद्योगपति पवन सैनी, मनीष सैनी, सुरेंदर जैन ने बताया कि माल वाहक वाहनों का प्रवेश बंद किये जाने से दिल्ली और कालाअंब के बीच होने वाले व्यापार पर गहरा असर पड़ रहा है। दिल्ली से कच्चे माल के साथ साथ औद्योगिक इकाईयों में कई तरह के टूल्स, स्पेयर पार्ट्स और अन्य वस्तुओं की सप्लाई होती है और यहां से तैयार माल भी दिल्ली एनसीआर में भेजा जाता है। बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबन्ध होने से वाहनों की आवाजही ठप पड़ गई है। छोटे वाहनों पर निर्भरता बढ़ गई है। इससे उद्योगों पर अतिरिक्त ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बढ़ गया है।