दैनिक जनवार्ता
नाहन (सिरमौर)। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने अंतर्राष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेले का शुक्रवार को विधिवत समापन किया। इस अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि संस्कृति हमारी विरासत है और हमें अपनी विरासत का अनुसरण करना चाहिए, तभी हम समृद्ध हो सकते हैं। श्री रेणुका जी हिमाचल का सबसे सुंदर तीर्थ स्थल है। माता रेणुका और भगवान परशुराम के मिलन की यह परम्परा और रेणुका झील लोगों के आकर्षण का केंद्र है तथा लोग इस सदियों पुरानी परंपरा का उत्साहपूर्वक पालन करते आ रहे हैं। इस दौरान लेडी गवर्नर एवं राज्य रेडक्रॉस अस्पताल कल्याण अनुभाग की अध्यक्ष जानकी शुक्ला भी उपस्थित रही। राज्यपाल ने कहा कि मेले और त्योहार वर्षों से हमारी संस्कृति का पोषण करते रहे हैं। हमारी समृद्ध संस्कृति को बचाए रखने की जिम्मेदारी युवा पीढ़ी की है। उन्होंने कहा कि श्री रेणुका जी मेला भगवान परशुराम का उनकी माता रेणुका के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है तथा यह भारतीय समाज के समृद्ध मूल्यों का संवर्द्धन करता है। उन्होंने कहा कि मेले और त्योहार राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक हैं तथा इन्हें संरक्षित किया जाना चाहिए। उन्होंने भगवान परशुराम और माता रेणुका जी मंदिर में पूजा-अर्चना की और देव-विदाई शोभा यात्रा में भी भाग लिया। इससे पूर्व राज्यपाल ने स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत प्रसिद्ध सिरमौरी सिंगटू नृत्य भी देखा।
HP News : देवताओं की विदाई के साथ रेणुकाजी मेले का विधिवत समापन, राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल रहे मौजूद
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