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हिमाचल/हरियाणा और पंजाब के अस्पताल मरीजों को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर नहीं कर सकेंगे, जानें पूरी वजह

🔴📰DJN PGI Chandigarh Update
चंडीगढ़। पीजीआई चंडीगढ़ में अनुबंध कर्मियों हॉस्पिटल अटेंडेंट, सैनिटरी अटेंडेंट और वाहकों की चल रही हड़ताल के मद्देनजर पीजीआई प्रबंधन ने व्यापक आकस्मिक योजना लागू कर दी है। इस योजना के तहत सोमवार से पीजीआई चंडीगढ़ में नए मरीजों के पंजीकरण नहीं हो पाएंगे। केवल फॉलोअप मरीजों के ही सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे तक पंजीकरण होंगे। इसके अलावा पीजीआई प्रशासन ने पड़ोसी राज्यों हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के सभी चिकित्सा संस्थानों से अपील की है कि वो अगले आदेश तक मरीजों को पीजीआई चंडीगढ़ रैफर न करें।
जानकारी के मुताबिक हड़ताल पर गए कर्मचारियों को सफाई कर्मियों ने भी अपना समर्थन दे दिया है। इससे ट्रामा और इमरजेंसी की सफाई व्यवस्था भी चरमरा गई है। पीजीआई चंडीगढ़ प्रशासन ने सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए रोजाना भुगतान पर सफाई कर्मी नियुक्त किए हैं।

🔴 न्याय न मिलने तक जारी रहेगी हड़ताल

हॉस्पिटल अटेंडेंट यूनियन के अध्यक्ष राजेश चौधरी के मुताबिक न्यायलय के आदेशों के बाद भी वर्ष 2018 से अनुबंध कर्मियों का एरियर नहीं दिया गया। बार बार अनुरोध करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो मजबूरन उन्हें हड़ताल पर जाने का निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि उनकी हड़ताल न्याय न मिलने तक जारी रहेगी।

🔴 आपातकालीन, ट्रामा और आईसीयू सेवाएं रहेंगी जारी

चंडीगढ़ पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विपिन कौशल ने बताया कि पीजीआई में आपातकालीन, आईसीयू और ट्रामा की सेवाएं रोजाना की तरह ही जारी रहेंगी। वैकल्पिक सेवाएं और सर्जरी रद्द की गई हैं। इसके अलावा दूसरे राज्यों के चिकित्सा संस्थानों को भी कहा गया है कि अगले आदेश तक मरीजों को रैफर न करें। पीजीआई प्रशासन की नजर हड़ताल पर निरंतर बनी हुई है। साथ ही इस चुनौतीपूर्ण समय में जनता से भी सहयोग की अपील की जा रही है।

🔴 हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के मरीजों को हुई मुश्किल

पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के लिए हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के मरीजों को अब अन्य स्नातकोत्तर चिकित्सा संस्थानों में जाने पर विवश होना पड़ेगा। इससे मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ेगी। इससे न केवल उनके समय और पैसे की बर्बादी होगी बल्कि समय पर उपचार न मिलने से भारी संकट का सामना करना पड़ेगा।