नाहन (सिरमौर)। नाहन विकास खंड के तहत ग्राम पंचायत सलानी – कटोला के गांव कटोला में सलानी नदी के बहाव से 22 बीघा भूमि में बिजाई की गई धान की फसल बर्बाद हो गई है। बताया जा रहा है कि सलानी नदी का बहाव खेतों की तरफ मोड़ने के कारण भू कटाव होने से खेतों में खड़ी धान की फसल नष्ट हो गई है। कटोला निवासी हेतराम की 15 बीघा भूमि और दीप चंद की 7 बीघा भूमि में खड़ी फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं, उपजाऊ भूमि का काफी हिस्सा पत्थर और सिल्ट आने से बंजर हो गया है। जानकारी के मुताबिक सलानी नदी के बहाव से ग्रामीणों के खेतों और घरों को बचाने के लिए नदी किनारे डंगा लगाने के लिए 12 लाख रुपए का बजट स्वीकृत हुआ था। ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ रसूखदार लोगों ने उक्त बजट को अपनी तरफ डंगा लगाने के लिए इस्तेमाल किया। परिणाम स्वरूप नदी का बहाव उनके खेतों की ओर मुड़ गया और बीते दिनों हुई भारी बारिश से धान की फसल को तहस नहस कर दिया। साथ ही जामन वाला की ओर जाने वाला गांव का रास्ता भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। लिहाजा, ग्रामीणों ने इस बारे में एसडीएम नाहन को शिकायत दी है। एसडीएम सलीम आजम ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत मिली है। राजस्व विभाग के अधिकारियों को मौका मुआयना करके रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए गए हैं। उधर, तहसीलदार नाहन उपेंद्र कुमार ने बताया कि कटोला गांव में सलानी नदी से हुए नुकसान का जायजा लेकर रिपोर्ट बनाकर जिला प्रशासन को भेज दी गई है।
Sirmaur : सलानी नदी का बहाव मोड़ दिया खेतों की ओर, 22 बीघा भूमि में रोपाई की गई धान की फसल खराब
