नाहन (सिरमौर)। सिरमौर जिले के नौहराधार स्थित हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक की शाखा के निलंबित सहायक प्रबंधक ज्योति प्रकाश को करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की जांच अभी जारी है। पुलिस आगामी कार्रवाई में जुटी है।
पुलिस के अनुसार आरोपी ज्योति प्रकाश ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए किसान क्रेडिट कार्ड के फर्जी खाते खोले और लगभग 4.02 करोड़ रुपये की राशि का गबन किया। इस राशि को ज्योति प्रकाश ने विभिन्न खातों में ट्रांसफर करके उन्हें बंद कर दिया।
इस बहुचर्चित मामले में राज्य सहकारी बैंक के जिला प्रबंधक प्रियदर्शन पांडे, नौहराधार शाखा की प्रबंधक प्रियंका और कार्यकारी सहायक विवेक प्रकाश ने पुलिस थाना संगडाह में शिकायत दर्ज करवाई थी। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि ज्योति प्रकाश उपभोक्ताओं की एफडीआर और चेकबुक अपने पास रखता था और लोगों में इतना विश्वास पैदा कर दिया कि उस पर कोई शक न कर सके। इस मामले में पुलिस ने एक एसआईटी का गठन किया, जो मामले की जांच कर रही है।
एसएसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने बताया कि तफ्तीश के दौरान आरोपी ज्योति प्रकाश पुत्र प्रदीप कुमार, निवासी गांव भूईरा तहसील व थाना राजगढ़ (सिरमौर) के विभिन्न बैंकों में खुलवाए खातों की जानकारी के लिए पत्राचार किया गया और लेन-देन वाले खातों को फ्रीज कर गहनता से जांच की गई। नामजद आरोपी की पत्नी के खातों की जानकारी भी प्राप्त की गई और मामले से संबंधित सभी कागजात कब्जे में लिए गए। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान यह भी पता चला है कि आरोपी ज्योति प्रकाश 2012 से इसी शाखा में कार्यरत है। आरोपी लोगों की एफडीआर और चेकबुक को बैंक में अपने पास रखता था। आरोपी को बीते दिन गिरफ्तार कर लिया गया है।
इसके अलावा बैंक का ऑडिट करवाया जा रहा है। इसके बाद ही पता चल पाएगा कि यह पैसा कहां से आया और किसे दिया है। इसमें और कितने लोग शामिल हैं, जिसकी गहनता से अभी पूछताछ की जानी बाकी है।
बैंक घोटाला सिरमौर : नौहराधार बैंक घोटाले में निलंबित सहायक प्रबंधक गिरफ्तार
