Sirmaur : प्रवीण कुमार अमर रहे..शहीद की पार्थिव देह पैतृक गांव पालू पहुंचते ही नम हुई हर आंख, सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई पूर्ण

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दैनिक जनवार्ता
राजगढ़ (सिरमौर)। जिला सिरमौर के जांबाज शहीद लांस नायक प्रवीण शर्मा को उनके पैतृक गांव पालू में पूरे सैन्य सम्मान के साथ सोमवार को अश्रुपूर्ण अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान “भारत माता की जय”, “प्रवीण कुमार अमर रहे,” “वंदे मातरम” के नारों से जिला सिरमौर के राजगढ़ इलाके का पालू गांव गूंज उठा। जैसे ही तिरंगे से लिपटी शहीद प्रवीण की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव पहुंची तो उनकी माता रेखा देवी समेत उनकी बहनें और अन्य परिजन रो-रोकर बेसुध हो गए। हर व्यक्ति प्रवीण की शहादत को लेकर गमगीन हो उठा। शहीद के पिता राजेश शर्मा ने अपने इकलौते बेटे को मुखाग्नि दी। सेना के जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी। शहीद की अंतिम यात्रा में प्रशासन की ओर से विधायक रीना कश्यप, एसडीएम राजगढ़ राजकुमार ठाकुर, स्थानीय प्रधान रीना ठाकुर सहित हजारों लोग शामिल हुए। बता दें कि बीते 10 अगस्त को राजगढ़ के पालू गांव के लांस नायक प्रवीण शर्मा (26) जम्मू कश्मीर के कोकरनाग में ऑपरेशन रक्षक के दौरान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए। वह वन पैरा स्पेशल फोर्स में तैनात थे। शहीद प्रवीण शर्मा अपने पिता राजेश शर्मा के इकलौते पुत्र और दो बहनों के इकलौते भाई थे। प्रवीण 2014 में सेना में भर्ती हुए थे और पदोन्नति पाकर लांस नायक पद पर पहुंचे थे। उनके पिता राजेश शर्मा किसान हैं और गांव में दुकान भी चलाते हैं, जबकि माता रेखा देवी गृहिणी हैं। प्रवीण की दादी चंपा भी अभी स्वस्थ हैं। शहीद के पिता के अनुसार शहीद प्रवीण शर्मा की दो महीने बाद अक्टूबर में शादी होनी थी। अपने इकलौते बेटे के शहीद होने पर उनके माता-पिता यकीन नहीं कर पा रहे हैं। उनकी दो विवाहित बहनों पूजा व आरती को भी ये यकीन नहीं हो रहा है कि अब उनका इकलौता भाई इस दुनिया में नहीं है।

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