पांवटा साहिब (सिरमौर)। भारतीय सेना के मेजर जनरल भरत मेहतानी मंगलवार दोपहर बाद परिवार सहित गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब पहुंचे। उन्होंने यहां शीश नवाकर विश्वशांति के लिए प्रार्थना की।
गुरुद्वारा पांवटा साहिब के प्रबंधक सरदार जगीर सिंह ने बताया कि भारतीय थल सेना के मेजर जनरल भरत मेहतानी आज दोपहर बाद परिवार सहित गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब पहुंचे। उन्होंने यहां शीश माथा टेक विश्वशांति के लिए प्रार्थना की।
सेना के आला अधिकारी यहां करीब आधा घंटा रुके। उन्होंने कीर्तन सुना और गुरुद्वारा साहिब से जुड़े इतिहास की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने अपने जीवन की पहली जंग पांवटा साहिब में लड़ी और जीत प्राप्त की। खालसा सृजना की परिकल्पना भी पांवटा साहिब में ही की गई।
मेजर जनरल भरत मेहतानी ने अपनी यादें साझा करते हुए बताया कि वे इससे पहले 30 वर्ष पूर्व गुरुद्वारा पांवटा साहिब आए थे। इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से सरदार जागीर सिंह ने सिरोपा देकर सैन्य अधिकारियों को सम्मानित किया। इस दौरान उनके साथ उनके स्टाफ ऑफिसर कर्नल संतोष मौजूद थे।