दैनिक जनवार्ता
नाहन (सिरमौर)। ऐतिहासिक शहर नाहन में रविवार को भगवान श्री जगन्नाथ की 16वीं रथयात्रा धूमधाम से निकाली गई।हर तरफ हरे रामा, हरे कृष्णा.. कृष्णा-कृष्णा हरे हरे और जय श्री जगन्नाथ से जयघोषों से शहर की वादियां भक्तिमय हो उठीं। बैंड-बाजे, सिरमौरी लोक वाद्ययंत्र और डीजे की मधुर धुनों पर थिरकते हुए श्रद्धालु भक्तिरस में चूर दिखे।
इससे पहले सुबह आरती के बाद बड़ा चौक स्थित भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर से पालकी यात्रा शुरू हुई, जो दिल्ली गेट, चौगान, महिमा लाइब्रेरी होते हुए कालीस्थान मंदिर पहुंची। यहां से पालकी यात्रा ऐतिहासिक चौगान मैदान पहुंची, जहां पालकी पर सवार भगवान श्री जगन्नाथ, माता सुभद्रा और बलभद्र को एक-एक रथ पर आरूढ़ किया गया।
इस भव्य मिलन को देख लोग भावविभोर हो उठे। यहां छप्पन भोग और आरती के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने रथयात्रा का विधिवत शुभारंभ किया।
यात्रा के दौरान सुसज्जित रथ में विराजमान भगवान श्री जगन्नाथ के दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
नाहन शहर की सड़कों पर लोग भारी संख्या में जुटे। जगह-जगह प्रसाद, शर्बत, कुल्फी समेत अन्य शीतल पेय के स्टॉल भी लगाए गए।
रथ यात्रा चौगान मैदान से मालरोड, गुन्नूघाट, पक्का तालाब और कच्चा तालाब होते हुए देर शाम रघुनाथ मंदिर पहुंचेगी। भगवान श्री जगन्नाथ की रथयात्रा धार्मिक सौहार्द की मिसाल बनी। सभी धर्मों के लोगों ने भगवान श्री जगन्नाथ का जगह-जगह स्वागत किया।
बता दें कि नाहन के दिल्ली गेट के समीप 21 लाख रुपये की लागत से भगवान श्री जगन्नाथ के नवनिर्मित प्रवेशद्वार का निर्माण किया गया है। पालकी यात्रा के दौरान रविवार को ही सहायक आयुक्त गौरव महाजन ने इस प्रवेशद्वार का विधिवत शुभारंभ किया।
भगवान श्री जगन्नाथ रथयात्रा मंडल के अध्यक्ष प्रकाश बंसल ने बताया कि इस तरह के तीन और प्रवेशद्वार बनाए जाएंगे। नाहन में नवनिर्मित प्रवेशद्वार का कार्य पूरा हो चुका है।
