दैनिक जनवार्ता
पांवटा साहिब (सिरमौर)। पांवटा साहिब-शिलाई एनएच-707 का निर्माण कार्य कर रही आरजीवी कंपनी का क्रेशर और मिक्सचर प्लांट प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सील कर दिया है। बताया जा रहा है कि ये प्लांट बिना एनओसी और प्रदूषण नियंत्रण संयंत्र के चल रहा था। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एनजीटी के आदेश पर एसडीएम कफोटा की अध्यक्षता में ये कार्रवाई की है।
बता दें कि कुछ समय पहले एनजीटी और हाई पावर कमेटी की एक टीम ने निर्माणधीन पांवटा साहिब-शिलाई-गुम्मा नेशनल हाईवे-707 का निरीक्षण किया था। ये हिमाचल प्रदेश का पहला ग्रीन कॉरिडोर है, जिसका निर्माण जारी है। बहरहाल, इस निर्माणाधीन एनएच के दूसरे फेज का काम आरजीवी कंपनी कर रही है। कंपनी के पास हैवना से टिंबी तक का क्षेत्र है। शनिवार को एसडीएम कफोटा राजेश वर्मा के नेतृत्व में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पांवटा साहिब के क्षेत्रीय अधिकारी अतुल परमार ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
जानकारी के मुताबिक आरजीवी कंपनी के खिलाफ ग्रामीणों की एनजीटी और हाई पावर कमेटी को शिकायतें मिली थी कि इस क्रेशर प्लांट से भारी धूल मिट्टी उड़ रही है, जिससे ग्रामीण कई तरह की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। धूल मिट्टी से किसानों की फसलें और पशुचारा भी खराब हो रहा है। पर्यावरण पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पांवटा साहिब के क्षेत्रीय अधिकारी अतुल परमार ने बताया कि एनजीटी और राज्य मुख्यालय के आदेश पर बगैर एनओसी चल रहे मिक्सर प्लांट और बिना प्रदूषण नियंत्रण संयंत्र के चल रहे क्रेशर को अगले आदेशों तक सील कर दिया गया है।
