दैनिक जनवार्ता ब्यूरो
नाहन (सिरमौर)। जिला सिरमौर पुलिस ने अंतरराज्यीय पशु चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि तस्कर सोमवार के दिन पशु चोरी करते थे, मंगलवार को उत्तरप्रदेश की पशु मंडी में बेच देते थे।
आरोपी योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दे रहे थे। आरोपियों ने पशु चोरी की वारदातों को अंजाम देने के लिए सोमवार का दिन चुना हुआ था। अगले दिन चोरी किए पशुओं को सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) में लगने वाली पशु मंडी में बेच देते थे।
पुलिस अधीक्षक सिरमौर रमन कुमार मीणा ने बताया कि गत 5 मार्च को कालाअंब पुलिस थाना के अंतर्गत सैनवाला के समीप पशु चोरी करने का असफल प्रयास किया गया। मालिक को भनक लगते ही ये आरोपी मौके से फरार हो गए। इस दौरान इनका पीछा कर रहे लोगों पर आरोपियों ने गोली भी चलाईं। इस मामले में कालाअंब पुलिस थाना में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। मामले में एसआईटी का गठन किया गया। पुलिस ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित हथनी कुंड के नजदीक से 29 वर्षीय आरोपी असलम उर्फ इसलाम पुत्र नियामुलदीन, निवासी गांव खैरी बास, डाकघर ताजे वाला, तहसील और थाना प्रताप नगर, जिला यमुनानगर ⁴और 24 वर्षीय सह आरोपी सद्दाम पुत्र रिजवान निवासी गांव मुजाहिदपुर डाकघर मुजफराबाद, थाना फतेहपुर, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि आरोपी सद्दाम ने वारदात में इस्तेमाल टेंपू व आरोपी असलम ने टेंपू की तिरपाल और अपने मकान के आंगन से फायर आर्म और 5 रौंद बरामद करवाए। उन्होंने बताया कि यह दोनों आरोपी हिमाचल, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पशु चोरी के मामलों में संलिप्त हैं और उनके खिलाफ पहले से भी कई मामले दर्ज हैं। वारदात में शामिल गाड़ी बिना नंबर की होती थी, जिसको तिरपाल से ढककर रखा जाता था और रात के समय चोर रास्तों से पशुओं को सहारनपुर पहुंचाया जाता था। आरोपी सद्दाम पशुओं की मोहरी बेचने का काम करता था और मोहरी बेचने के बहाने हिमाचल आकर पशुओं की रेकी करता था। वारदात के दौरान पशु तस्कर मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते थे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों आरोपियों को अदालत से 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। इस मामले में आरोपियों से पूछताछ जारी है।
