प्रदेश में स्थापित होने वाले क्लस्टर स्कूलों में मिड डे मील निरीक्षण के लिए बच्चों की माताओं और महिला मंडलों की भागीदारी होगी सुनिश्चित।
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दैनिक जनवार्ता
शिमला। हिमाचल प्रदेश में स्थापित होने वाले क्लस्टर स्कूलों में मिड-डे मील के निरीक्षण के लिए बच्चों की माताओं और महिला मंडलों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने 300 से 500 मीटर की दूरी पर स्थित स्कूलों के क्लस्टर बनाने के लिए निर्देश जारी किये हैं। प्रधानाचार्य या मुख्याध्यापक क्लस्टर स्कूलों की कमेटी के अध्यक्ष होंगे और सीएचटी या एचटी को सदस्य सचिव नियुक्त किया जाएगा।
क्लस्टर में शामिल सभी स्कूलों के प्रमुख, एक शिक्षक और एसएमसी से एक सदस्य को कमेटी के सदस्य के तौर पर शामिल किया जाएगा। राज्य के इन सभी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक, उच्च और मिडल स्कूलों, जिनके पास एक ही परिसर में प्राथमिक स्कूल चल रहा है को क्लस्टर स्कूल बनाया जाना प्रस्तावित है।
विभाग ने इसके लिए दिसंबर माह के अंत तक सभी जिला शिक्षा उपनिदेशकों से रिपोर्ट मांगी है। क्लस्टर स्कूलों के प्रधानाचार्य और मुख्याध्यापक प्रतिदिन समन्वय के लिए प्रमुख रूप में कार्य करेंगे। हिमाचल प्रदेश में संसाधनों को साझा कर और समग्र गतिविधियों के माध्यम से गुणात्मक शिक्षा में सुधार के लिए क्लस्टर स्कूल बनाने के दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
प्रदेश में 1,984 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक, 960 उच्च, 1,885 मिडल स्कूल और 10,300 प्राथमिक विद्यालय हैं। शिक्षा सचिव की ओर से जारी नए निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि अगर स्कूल दूरी पर होंगे तो मिड-डे मील को भिजवाने के लिए अन्य विकल्पों से भी मदद ली जा सकेगी। क्लस्टर बनने पर भोजन बनाने वाले कर्मियों को नौकरी से पदभार मुक्त नहीं किया जाएगा।
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2023-12-11
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