बुनियादी सुविधाओं के लिए दर दर भटकने को मजबूर ग्रामीण।
दैनिक जनवार्ता
अम्बाला शहर। नगर निगम में शामिल होने के बाद भी 12 गांवों का विकास नहीं हो पा रहा है। इन गांवों को अभी तक पानी, सीवरेज और स्ट्रीट लाइट की सुविधा नहीं मिली है। इन गांवों की संपत्ति का डाटा भी दुरुस्त नहीं हो सका है। इसके कारण ग्रामीण जमीनों को न तो बेच पा रहे हैं और न ही खरीद पा रहे हैं। कई बार ग्रामीण उपायुक्त कार्यालय में भी सुविधाओं को लेकर गुहार लगा चुके हैं लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों बरकरार है।
जानकारी के मुताबिक नगर निगम ने तीन वर्ष पहले मानकपुर, लोहगढ़, डंगदेहरी, डडियाना, देवीनगर, छोटी और बड़ी घेल, लाहरसा, कांवला, कांवली, निजामपुर गांवो को शामिल किया था। इन गांवों में मूलभूत सुविधाओं की भारी दरकार है। लोगों की प्रॉपर्टी आईडी तक नहीं बनी हैं। अपनी छोटी छोटी शिकायतों को लेकर लोग नगर निगम के चक्कर काटने को विवश हो रहे हैं। लेकिन लोगों के कार्य नहीं हो रहे हैं, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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निगम में जिन गांवों को शामिल किया गया है, उनमें स्ट्रीट लाइट के लिए खंभे लगाए जाएंगे। इसके लिए निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी। इसके अलावा अन्य विकास कार्य भी करवाये जाने प्रस्तावित हैं।
एलसी चौहान, अधिशासी अभियंता, नगर निगम अम्बाला।
