दैनिक जनवार्ता ब्यूरो
नाहन (सिरमौर) 03 नवंबर। हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित इंडियन टेक्नोमेक कम्पनी लिमिटेड बैंक धोखाधड़ी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के तहत ओडिशा में 21.15 करोड़ रुपए की 18 संपत्तियों को अटैच किया है। अब तक इस मामले में ईडी 310.06 करोड़ की संपत्ति अटैच कर चुकी है। इनमें ओडिशा के बारबिल में 7 फ्लैट और प्लॉट, खोरधा में 6 प्लॉट, कटक में एक आवासीय फ्लैट और भुवनेश्वर में चार अन्य संपत्तियां शामिल हैं। ये सभी संपत्तियां मैसर्स अनमोल लिमिटेड की हैं। हिमाचल प्रदेश के सीआइडी विभाग ने आईटीसीओएल और इसके प्रोमोटरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसी के आधार पर ईडी कार्रवाई कर रही है। उक्त कम्पनी पर आरोप है कि कम्पनी के निदेशक ने सरकारी कर्मचारियों, कंपनियों और चार्टेड अकाउंटेंट के साथ मिलकर बैंकों से ऋण लेकर गबन किया है। ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि वर्ष 2009 से 2013 तक मैसर्स आईटीसीओएल ने बैंक अधिकारियों को फर्जी परियोजना रिपोर्ट पेश करके और फर्जी बिक्री दिखाकर ऋण लिया और जिस उद्देश्य के लिए कर्ज लिया उस उद्देश्य के लिए खर्च नहीं किया गया। लिहाजा ईडी को मिले इन साक्ष्यों के आधार पर ये कार्रवाई अमल में लायी गयी है।
Sirmaur News : इंडियन टेक्नोमैक घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की बड़ी कार्रवाई। ओडिशा में कई संपत्तियां की अटैच।
9
